क्या है 20 जून 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय

Panchang

हिन्दू धर्म में पंचांग एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो समय और ज्योतिषीय गणनाओं से कई महत्वपूर्ण जानकारियां देता है. दैनिक पंचाग का विशेष महत्व होता है.

आज का पंचांग – 20 जून 2024 गुरुवार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज अनुराधा नक्षत्र है. हिंदू पंचांग में नक्षत्रों का महत्वपूर्ण स्थान है, और दैनिक जीवन, शुभ कार्य, तथा ज्योतिषीय विश्लेषण में इनका व्यापक प्रभाव होता है. अनुराधा नक्षत्र का भी विशेष महत्व है. यदि किसी दिन अनुराधा नक्षत्र होता है, तो उसका विभिन्न पहलुओं पर विशेष प्रभाव होता है. अनुराधा नक्षत्र के प्रभाव वाले लोग सामान्यतः अनुशासनप्रिय, संगठित, और समर्पित होते हैं. उनमें दृढ़ संकल्प और आत्म-नियंत्रण की विशेषता होती है. यह नक्षत्र मित्रता और सहयोग का प्रतीक है, जिससे इस दिन पर शुरू किए गए सम्बन्ध सामान्यतः मजबूत और सहयोगपूर्ण होते हैं. यह नक्षत्र विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, और अन्य शुभ कार्यों के लिए शुभ माना जाता है. इस नक्षत्र में शुरू किए गए कार्य सामान्यतः सफल होते हैं और अच्छे परिणाम देते हैं.

आज का पंचांग

तिथि- त्रयोदशी – 07:51:51 तक

नक्षत्र- अनुराधा – 20:10:23 तक

करण- तैतिल – 07:51:51 तक, गर – 19:47:32 तक

पक्ष- शुक्ल

योग- साघ्य – 20:11:20 तक

वार- गुरूवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 05:23:36

सूर्यास्त- 19:21:49

चन्द्र राशि- वृश्चिक

चन्द्रोदय- 20:00:59

चन्द्रास्त- 28:15:00

ऋतु- ग्रीष्म

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत- 1946   क्रोधी

विक्रम सम्वत- 2081

काली सम्वत- 5125

प्रविष्टे / गत्ते- 6

मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ

मास अमांत- ज्येष्ठ

दिन काल- 13:58:12

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 10:03:01 से 10:58:54 तक, 15:38:20 से 16:34:11 तक

कुलिक- 10:03:01 से 10:58:54 तक

कंटक- 15:38:20 से 16:34:11 तक

राहु काल- 14:07:30 से 15:52:16 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 17:30:04 से 20:25:57 तक

यमघण्ट- 06:19:29 से 07:15:22 तक

यमगण्ड- 05:23:36 से 07:08:23 तक

गुलिक काल- 08:53:10 से 10:37:56 तक

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- 11:54:47 से 12:50:39 तक

दिशा शूल

दिशा शूल- दक्षिण

हिंदू पंचांग का उपयोग धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए मुहूर्तों का चयन, उत्सवों के तारीखों का निर्धारण, शुभ कार्यों के लिए समय निर्धारण, ग्रहण और सूर्यग्रहण की तारीखों का निर्धारण, और धार्मिक त्योहारों के महत्वपूर्ण तिथियों के लिए किया जाता है.