क्या है 21 जुलाई 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय

Panchang

पंचांग भारतीय ज्योतिष और हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें समय और तिथियों की जानकारी दी जाती है.

आज का पंचांग – 21 जुलाई 2024 रविवार आषाढ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज उत्तराषाढ़ा नक्षत्र है. यह नक्षत्र मकर और धनु राशियों के अंतर्गत आता है और इसका स्वामी सूर्य ग्रह है. उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का स्वामी सूर्य है, जो ऊर्जा, नेतृत्व, और आत्मविश्वास का प्रतीक है. इस नक्षत्र के अधिपति देवता दस विश्वेदेव (सभी देवताओं का समूह) हैं, जो धर्म और न्याय का प्रतिनिधित्व करते हैं. ऐसा माना जाता है जिन लोगों का इन नक्षत्र में जन्म होता है वे दृढ़ संकल्प, स्थिरता, और नेतृत्व क्षमता के धनी होते हैं. ये लोग अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेते हैं.

आज का पंचांग

तिथि- पूर्णिमा – 15:48:46 तक

नक्षत्र- उत्तराषाढ़ा – 24:14:55 तक

करण- बव – 15:48:46 तक, बालव – 26:33:29 तक

पक्ष- शुक्ल

योग- विश्कुम्भ – 21:10:45 तक

वार- रविवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 05:36:30

सूर्यास्त- 19:18:11

चन्द्र राशि- धनु – 07:27:58 तक

चन्द्रोदय- 19:38:59

चन्द्रास्त- चन्द्रास्त नहीं

ऋतु- वर्षा

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत- 1946 क्रोधी

विक्रम सम्वत- 2081

काली सम्वत- 5125

प्रविष्टे / गत्ते- 6

मास पूर्णिमांत- आषाढ

मास अमांत- आषाढ

दिन काल13:41:40

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 17:28:37 से 18:23:24 तक

कुलिक- 17:28:37 से 18:23:24 तक

कंटक- 10:10:23 से 11:05:10 तक

राहु काल- 17:35:28 से 19:18:11 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 11:59:57 से 12:54:43 तक

यमघण्ट- 13:49:30 से 14:44:17 तक

यमगण्ड- 12:27:20 से 14:10:03 तक

गुलिक काल- 15:52:45 से 17:35:28 तक

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- 11:59:57 से 12:54:43 तक

दिशा शूल

दिशा शूल- पश्चिम

धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए हिंदू पंचांग से शुभ मुहूर्त देखे जाते हैं. उत्सवों के तारीखों का निर्धारण, शुभ कार्यों के लिए समय निर्धारण, ग्रहण और सूर्यग्रहण की तारीखों का निर्धारण, और धार्मिक त्योहारों के महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी भी हिंदू पंचांग देखकर बतायी जाती है.