क्या है 21 जून 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय

Panchang

हिन्दू धर्म में पंचांग का महत्वपूर्ण स्थान हैं. जिन लोगों की धर्म पर अटूट आस्था है वो हर दिन पंचांग देखकर की किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करते हैं. आज का पंचांग क्या है आइए जानते हैं.

आज का पंचांग – 21 जून 2024 शुक्रवार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज ज्येष्ठा नक्षत्र है. ज्योतिष शास्त्र में, ज्येष्ठा नक्षत्र को महत्व का स्थान प्राप्त है. यह वृश्चिक राशि का तीसरा और सिंह राशि का प्रथम चरण है. इस नक्षत्र का स्वामी बुध ग्रह है. इस नक्षत्र में चंद्रमा होने पर पूर्व दिशा शुभ मानी जाती है. इस नक्षत्र में शिक्षा, व्यवसाय, यात्रा, और विवाह जैसे शुभ कार्य किए जा सकते हैं. लेकिन, गलती से भी इस नक्षत्र में ऋण लेना, मुकदमा करना, और गृह प्रवेश जैसे अशुभ कार्य नहीं किए जाने चाहिए. वैसे आज पूर्णिमा की तिथि भी शुरू हो जाएगी. जो 22 जून तक रहेगी. ऐसे में कुछ लोग आज पूर्णिमा को व्रत रखेंगे और कुछ लोग कल पूर्णिमा का व्रत रखेंगे. आज का पंचांग क्या है आइए जानते हैं.

आज का पंचांग

तिथि- चतुर्दशी – 07:33:35 तक

नक्षत्र- ज्येष्ठा – 18:19:05 तक

करण- वणिज – 07:33:35 तक, विष्टि – 19:10:37 तक

पक्ष- शुक्ल

योग- शुभ – 18:41:11 तक

वार- शुक्रवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 05:23:49

सूर्यास्त- 19:22:02

चन्द्र राशि- वृश्चिक – 18:19:05 तक

चन्द्रोदय- 19:03:59

चन्द्रास्त- 29:10:00

ऋतु- वर्षा

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत- 1946   क्रोधी

विक्रम सम्वत- 2081

काली सम्वत- 5125

प्रविष्टे / गत्ते- 7

मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ

मास अमांत- ज्येष्ठ

दिन काल- 13:58:12

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 08:11:28 से 09:07:21 तक, 12:50:52 से 13:46:45 तक

कुलिक- 08:11:28 से 09:07:21 तक

कंटक- 13:46:45 से 14:42:37 तक

राहु काल- 10:38:09 से 12:22:55 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 15:38:30 से 16:34:23 तक

यमघण्ट- 17:30:16 से 18:26:09 तक

यमगण्ड- 15:52:28 से 17:37:15 तक

गुलिक काल- 07:08:36 से 08:53:22 तक

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- 11:54:59 से 12:50:52 तक

दिशा शूल

दिशा- शूलपश्चिम

हिंदू पंचांग का उपयोग धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए मुहूर्तों का चयन, उत्सवों के तारीखों का निर्धारण, शुभ कार्यों के लिए समय निर्धारण, ग्रहण और सूर्यग्रहण की तारीखों का निर्धारण, और धार्मिक त्योहारों के महत्वपूर्ण तिथियों के लिए किया जाता है.