क्या है 23 जुलाई 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय

Panchang

आज का पंचांग क्या है ये हिंदू पंचांग में देखकर आप जान सकते हैं. सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है. किस शुभ कार्य को किस शुभ मुहूर्त में करना है ये भी जान लें।

आज का पंचांग  23 जुलाई 2024 मंगलवार आषाढ कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि है. धनिष्ठा नक्षत्र को ‘धनिष्ठा’ या ‘श्रविष्ठा’ भी कहा जाता है. यह नक्षत्र मंगल ग्रह द्वारा शासित होता है और इसे शुभ एवं उन्नतिकारक माना जाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज धनिष्ठा नक्षत्र है.  सावन में धनिष्ठा नक्षत्र के दौरान भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से विशेष लाभ मिलता है. ऐसा माना जाता है कि इस समय की गई पूजा से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. सावन का महीना हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष का एक विशेष समय होता है, जिसे धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है. धनिष्ठा नक्षत्र का इस महीने में एक विशेष महत्व होता है. माना जाता है कि इस महीने में भगवान शिव की आराधना करने से विशेष कृपा मिलती है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त होती है.

आज का पंचांग

तिथि- द्वितीया – 10:25:35 तक

नक्षत्र- धनिष्ठा – 20:19:05 तक

करण- गर – 10:25:35 तक, वणिज – 20:59:10 तक

पक्ष- कृष्ण

योग- आयुष्मान – 14:35:11 तक

वार- मंगलवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 05:37:36

सूर्यास्त- 19:17:12

चन्द्र राशि- मकर – 09:21:05 तक

चन्द्रोदय- 21:03:00

चन्द्रास्त- 07:21:59

ऋतु- वर्षा

हिन्दू मास एवं वर्ष 

शक सम्वत- 1946   क्रोधी

विक्रम सम्वत- 2081

काली सम्वत- 5125

प्रविष्टे / गत्ते- 8

मास पूर्णिमांत- श्रावण

मास अमांत- आषाढ

दिन काल- 13:39:36

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 08:21:31 से 09:16:09 तक

कुलिक- 13:49:21 से 14:44:00 तक

कंटक- 06:32:14 से 07:26:52 तक

राहु काल- 15:52:17 से 17:34:44 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 08:21:31 से 09:16:09 तक

यमघण्ट- 10:10:48 से 11:05:26 तक

यमगण्ड- 09:02:30 से 10:44:57 तक

गुलिक काल- 12:27:24 से 14:09:50 तक

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- 12:00:04 से 12:54:43 तक

दिशा शूल

दिशा शूल- उत्तर

धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए हिंदू पंचांग से शुभ मुहूर्त देखे जाते हैं. उत्सवों के तारीखों का निर्धारण, शुभ कार्यों के लिए समय निर्धारण, ग्रहण और सूर्यग्रहण की तारीखों का निर्धारण, और धार्मिक त्योहारों के महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी भी हिंदू पंचांग देखकर बतायी जाती है.