क्या है 25 जुलाई 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त

Panchang

पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के देवता अजैकपाद हैं, जो रुद्र के एक रूप हैं. यह देवता तंत्र विद्या और रहस्यों का ज्ञाता है. स्वभाव “मानव” है, जो यह दर्शाता है कि इस नक्षत्र में जन्मे लोग संवेदनशील और मानवतावादी होते हैं.

हिंदू पंचांग के अनुसार आज ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति कैसी रहने वाली है. शुभ समय क्या है राहुकाल कब लगेगा आइए सब जानते हैं.

आज का पंचांग – 25 जुलाई 2024 गुरुवार आषाढ कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र है. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र भारतीय ज्योतिष के 27 नक्षत्रों में से एक महत्वपूर्ण नक्षत्र है. यह नक्षत्र कुंभ और मीन राशि में स्थित होता है. इसका स्वामी ग्रह बृहस्पति (गुरु) है. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के देवता अजैकपाद हैं, जो रुद्र के एक रूप हैं. यह देवता तंत्र विद्या और रहस्यों का ज्ञाता है. स्वभाव “मानव” है, जो यह दर्शाता है कि इस नक्षत्र में जन्मे लोग संवेदनशील और मानवतावादी होते हैं. इस नक्षत्र के लोग अच्छे शिक्षक, विचारक, लेखक, और आध्यात्मिक गुरु हो सकते हैं. वे अपने ज्ञान और अनुभव को दूसरों के साथ साझा करने में कुशल होते हैं.

आज का पंचांग

तिथि- पंचमी – 26:00:44 तक

नक्षत्र- पूर्वाभाद्रपद – 16:17:15 तक

करण- कौलव – 15:20:02 तक, तैतिल – 26:00:44 तक

पक्ष- कृष्ण

योग- शोभन – 07:47:57 तक, अतिगंड – 28:33:54 तक

वार- गुरूवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 05:38:42

सूर्यास्त- 19:16:07

चन्द्र राशि- कुम्भ – 10:45:49 तक

चन्द्रोदय- 22:11:59

चन्द्रास्त- 09:37:00

ऋतु- वर्षा

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत- 1946 क्रोधी

विक्रम सम्वत- 2081

काली सम्वत- 5125

प्रविष्टे / गत्ते- 10

मास पूर्णिमांत- श्रावण

मास अमांत- आषाढ

दिन काल- 13:37:24

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 10:11:11 से 11:05:40 तक, 15:38:08 से 16:32:38 तक

कुलिक- 10:11:11 से 11:05:40 तक

कंटक- 15:38:08 से 16:32:38 तक

राहु काल- 14:09:35 से 15:51:46 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 17:27:07 से 18:21:37 तक

यमघण्ट- 06:33:12 से 07:27:42 तक

यमगण्ड- 05:38:42 से 07:20:53 तक

गुलिक काल- 09:03:04 से 10:45:14 तक

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- 12:00:10 से 12:54:39 तक

दिशा शूल

दिशा शूल- दक्षिण

धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए हिंदू पंचांग से शुभ मुहूर्त देखे जाते हैं. उत्सवों के तारीखों का निर्धारण, शुभ कार्यों के लिए समय निर्धारण, ग्रहण और सूर्यग्रहण की तारीखों का निर्धारण, और धार्मिक त्योहारों के महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी भी हिंदू पंचांग देखकर बतायी जाती है.