सहरसा के सरकारी स्कूल के क्लास रूम में सोने वाली तीन महिला शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई शिक्षा विभाग ने बड़ा एक्शन ले लिया है। सहरसा के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने तीनों से शो कॉज पूछा था। तीनों महिला शिक्षकों की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर डीईओ ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है। बीते दिनों बनमा ईटहरी अंचल के सरबैला मुसहरी उच्च माध्यमिक विद्यालय के क्लास रूम में 3 शिक्षिका के सोने का वीडियो वायरल हुआ था।
वीडियो वायरल होने के बाद सहरसा जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार ने इसपर संज्ञान लेते हुए तीनों शिक्षिका पुष्पा कुमारी, मोना कुमारी और दुर्गावती कुशवाहा के खिलाफ शो कॉज जारी किया था। कर्तव्य के प्रति लापरवाही मानते हुए डीईओ ने तीनों शिक्षिका से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण पूछा था और कहा था कि इसके लिए जिम्मेवार मानते हुए क्यों नहीं आपके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाए?
सहरसा जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार ने क्लास में सोने वाली तीनों शिक्षिका के साथ-साथ स्कूल के हेडमास्टर सत्यनारायण चौधरी और प्रभारी प्रधानाध्यापक मनोज कुमार चौधरी से भी शो कॉज पूछा था। स्कूल का निरीक्षण नहीं करने और तथ्यों को छुपाने एवं विभागीय आदेश की अवहेलना करने के मामले में इनसे भी 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया था।
अब इस मामले में डीईओ ने की सबसे बड़ी कार्यवाई की है। तीनों आरोपी शिक्षिका की प्रोवेशन पीरियड एक साल से बढ़ाकर तीन साल किया गया है। शिक्षा विभाग ने तीनों के क्लास रूम में सोते हुए वीडियो को नियमावली का उल्लंघन माना है। तीनों शिक्षिका का प्रोविजन पीरियड तीन साल कर दिया। मतलब साफ है कि इनकी नौकरी तीन साल बाद पक्की होगी। इस दौरान इनका ट्रांसफर भी नहीं हो सकेगा। छोटी से गलती पर इनकी नौकरी जा सकती है।