गंगा दशहरा 16 जून को है। इस दिन रवि, सर्वार्थ व अमृत योग का संयोग बन रहा है। इस दिन हस्त नक्षत्र भी है जो इसे और खास बना रहा है। चार शुभ संयोग में गंगा दशहरा पर गंगा पूजन और स्नान से सभी मनोकामनाओं की सिद्धि होगी।
जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि दशमी तिथि का प्रवेश शनिवार को देर रात एक बजे हो गया। जो 16 जून रविवार को रात 254 तक रहेगा। उन्होंने बताया कि ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है। यह दिन पापों से मुक्ति और मोक्ष के साथ पितरों को प्रसन्न करने के लिए बेहद खास माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन ही मां गंगा का स्वर्गलोक से पृथ्वीलोक पर आगमन हुआ था। दूसरी ओर स्वाभिमान संस्था की ओर से मंदरोजा में गंगा दशहरा की पूर्व संध्या पर हमारी गंगा हमारा दायित्व संगोष्ठी हुई। इसकी अध्यक्षता संस्था के संस्थापक जगतराम साह कर्णपुरी ने की। मुख्य अतिथि प्रेम कुमार सिंह ने कहा कि गंगा की पवित्रता बनाए रखना हमारी नैतिक और धार्मिक जिम्मेदारी है।