बिहार में बच्चों को सुबह 6 बजे स्कूल पहुंचना होता है और उनको भरी दोपहरी में छुट्टी मिलता है। ऐसे में गर्मी में शनिवार को राज्य के अलग-अलग जिलों के स्कूलों में गर्मी से 11 बच्चे बेहोश हो गए। जिसमें मधेपुरा में पांच, दरभंगा में 2, कैमूर में 4 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। मधेपुरा के तीन स्कूलों में पांच बच्चे बेहोश हो गए। पांचो बच्चों की हालत में सुधार होने के बाद उन्हें घर भेजा गया है।
वहीं, इस मामले में स्कूल के हेडमास्टर का कहना है कि गर्मी के कारण एक-दो बच्चे प्रतिदिन बेहोश हो रहे हैं। सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय धुरगांव हरिजन में शनिवार को दो छात्रों की तबीयत अचानक बिगड़ गयी। वहीं योगेन्द्र उच्च विद्यालय मुरहो के 10वीं कक्षा की छात्रा बेबी कुमारी की तबीयत अचानक विद्यालय में बिगड़ गयी। दरभंगा के अलीनगर में दो सरकारी विद्यालयों में एक छात्र और एक छात्रा मूर्छित हो गए। चिकित्सक से उपचार कराने के बाद दोनों को घर भेज दिया गया। पहली घटना मध्य विद्यालय तुमौल में हुई।
इसके आलावा दूसरी घटना मध्य विद्यालय नरमा में हुई। जहां उत्क्रमित मध्य विद्यालय पइयां के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार विद्यालय में 11 बजे बेहोश होकर गिर पड़े। उनके चेहरे पर पानी का छींटा मारकर उन्हें होश में लाए। अभी वह आंखें खोल ही रहे थे कि विद्यालय में तीसरी कक्षा की छात्राएं रूबी कुमारी, प्रीति कुमारी व सोनाक्षी कुमारी तथा दूसरी कक्षा की छात्रा प्रिया कुमारी बेहोश हो गईं। शिक्षक छात्राओं की कक्षा में पहुंचे और उन्हें होश में लाने की कोशिश करने लगे।
आपको बता दें कि,गर्मी की छुट्टियों के बाद खुले स्कूलों की टाइमिंग पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने स्कूलों का समय सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक किया हुआ है। इससे बच्चे सुबह हड़बड़ी में बिना सही से कुछ खाए पिए स्कूल पहुंच रहे हैं। गर्मी में उनकी हालत बिगड़ रही है। शिक्षक संघ और अभिभावक स्कूलों का समय बदलकर सुबह 6.30 से 11 बजे तक करने की मांग कर रहे हैं।