बिहार में सोमवार को एक बड़ा ट्रेन हादसा होते-होते टल गया। गया-कोडरमा रेल सेक्शन के पहाड़पुर स्टेशन के समीप सोमवार की सुबह गांधीधाम एक्सप्रेस के पेंटो में फंसकर 14 खम्भों का ट्रैक्शन तार टूट गया। इसके कारण एक भीषण रेल हादसा होने से बाल-बाल बच गया। गांधीधाम एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन का पेंटो भी टूट गया है। ट्रैक्शन तार टूटने से गया-कोडरमा रेलखंड के डाउन लाइन में पांच घंटे तक ट्रेनों का परिचालन बंद रहा।
वहीं, पेंटो के टूट जाने से गांधी धाम एक्सप्रेस करीब तीन घंटे तक घटनास्थल पर ही रुकी रही। पहाड़पुर रेलवे स्टेशन के होम सिंग्नल के पहले सुबह करीब 5:55 बजे की यह घटना है। घटना की सूचना मिलते ही तीन टावर वैगन के साथ रेल अधिकारी व कर्मी घटनास्थल पहुंच गए और टूटे हुए तार को दुरुस्त करने में जुट गए हैं। इस बीच वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बाधित परिचलान को शुरू किया गया है।
जबकि, इस दुर्घटना को लेकर धनबाद रेल मंडल के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा अपने विभागीय अधिकारियों की टीम के साथ परख स्पेशल ट्रेन में सवार होकर करीब 9 :30 बजे घटनास्थल पर पहुंचे। आते ही उनकी टीम ने स्थिति का जायजा लिया। इसी दौरान डीजल इंजन के सहारे गांधी धाम एक्सप्रेस का 9:53 बजे परिचालन शुरू कराया गया। इस दौरान गांधीधाम एक्सप्रेस में सवार यात्री काफी परेशान दिखे।
उधर, ट्रैक्शन तार टूटने की घटना के कारण डाउन लाइन से होकर चलने वाली कई ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है। जनशताब्दी एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनो के परिचालन पर इसका बुरा असर पड़ा है। पटना से रांची जाने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस, आनन्द विहार-पूरी एक्सप्रेस, अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस तथा गया-आसनसोल मेमू ट्रेन को टनकुप्पा से गुरपा स्टेशन के बीच सिंगल वर्किंग लाइन के माध्यम से चलाया जा रहा है। इस दुर्घटना से गया-आसनसोल एक्सप्रेस सहित आधा दर्जन ट्रेनो का करीब तीन से पांच घंटे तक परिचालन प्रभावित रहा है।