गुरुग्राम के दौलताबाद की कंपनी में हुए ब्लास्ट में अब तक चार लोगों की मौत हो गई. विस्फोट से पूरा इलाका आग के काले धुएं से भर उठा था. दमकल की 24 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया. हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की गई है.
गुरुग्राम के दौलताबाद औद्योगिक क्षेत्र की कंपनी में हुए ब्लास्ट में अब तक चार लोगों की मौत हो गई. कंपनी फायरबॉल बनाती है. पुुलिस ने बताया कि कंपनी में शनिवार तड़के ब्लास्ट हुआ. ब्लास्ट का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में दिख रहा है कि पूरा इलाका ब्लास्ट की आग से जगमगा उठा था. पूरा आसमान काले धुएं के गुबार से भर गया था. पुलिस का कहना है कि ब्लास्ट की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे. दमकल की 24 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया.
जांच कमेटी गठित
अग्निशमन विभाग के अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि हमने आसपास के सभी फायर स्टेशनों से गाड़ियां मंगवाई थी. कुल 24 गाड़ियों ने मिलकर आग पर काबू पाया. कंपनी फायरबॉल बनाती है. फायरबॉल आग बुझाने वाले एक यंत्र के रूप में काम करता है. बता दें, मृतकों की पहचान- कौशिक, अरुण, प्रशांत और राम अवध के रूप में हुई है. हादसे के दौरान, कंपनी में 15 लोग थे. हादसा किन वजहों से हुआ, इसकी जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की गई है.
आसपास की कंपनियों में भी ब्लास्ट
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो विस्फोटों की आवाजें रातभर आ रही थीं. विस्फोट बहुत जोरदार था. विस्फोट के कारण कई किलो लोहे की चादरें इधर-उधर बिखर गईं. लाखों रुपये के पैनल नष्ट हो गए. आसपास की कंपनियां भी ब्लास्ट के कारण क्षतिग्रस्त हो गई हैं. बलास्ट के कारण आसपास की कुछ इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है.
महाराष्ट्र के डोंबिवली में भी हुआ था भीषण ब्लास्ट
इससे पहले, महाराष्ट्र के डोबिंवली में स्थित एक केमिकल कंपनी में ब्लास्ट हो गया था. बॉयलर फटने से यह विस्फोट हुआ था. हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की थी कि घायलों के इलाज का खर्च राज्य वहन करेगी. साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये मुआवजे का एलान किया. उन्होंने विस्फोट की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे. मामले में दर्ज एफआईआर में पता चला कि कंपनी के अधिकारियों ने रसायनों के मिश्रण और भंडारण में लापरवाही बरती, वह भी यह जानते हुए कि उनकी छोटी सी एक चूक कई लोगों की जान ले सकती है.