गोपालगंज: गोपालगंज में भले ही गंडक नदी के जल स्तर में कमी आयी है, लेकिन पीड़ितों की समस्याएं कम होने का नाम नही ले रही। गंडक नदी के कहर से पिछले एक सप्ताह से लोग सड़कों पर अस्थायी रूप से रहने के लिए मजबूर है। बाढ़ पीड़ितों के घरो से बाढ़ का पानी अभी निकलने का नाम नही ले रहा है। सदर प्रखंड के रामपुर टेंगराही पंचायत के राजवाही और सेमराही गांव पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गया है। इस गांव का प्राथमिक विद्यालय राजवाही भी पानी मे डूब गया है, जहां बच्चों का पठन पाठन पूरी तरह ठप है।
बाढ़ पीड़ितों की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बाढ़ पीड़ित अपने घरों या सड़को पर मचान बनाकर रहने को विवश है। इस गांव के करीब आधा दर्जन से ज्यादा घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। अपने प्यास बुझाने को लेकर बाढ़ पीड़ित दूषित पानी पीने को मजबूर है। बाढ़ पीड़ित मदन भगत, ज्ञानती देवी, नथुनी यादव और शारदा देवी के मुताबिक वे पिछले कई दिनों से बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। घर का सारा अनाज भी पानी से बर्बाद हो गया है। उनके गांव जाने वाली सड़क पूरी तरह से पानी में डूब गई है।
गांव में जाने का कोई रास्ता नहीं है। गांव मे जाने के लिए नाव ही एक मात्र सहारा है। लेकिन प्रशासन के द्वारा नाव का कोई व्यवस्था नही किया गया है। प्राइवेट नाव या पानी मे पैदल चलकर जिला मुख्यालय आ रहे है। बहरहाल इन बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने वाला कोई नही है।