घंटे भर की बारिश ने पटना नगर निगम की पोल खोलकर रख दी है। राजधानी पटना के गांधी मैदान, मौर्या होटल, डाकबंगला, मगध महिला कॉलेज सहित कई इलाकों में बारिश का पानी जमा हो गया है। जलजमाव से लोग काफी परेशान हैं।
सड़कों पर पानी-पानी होने से इसका असर पटना की यातायात पर भी देखने को मिला। कई इलाकों में भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी। जिसमें कई घंटों तक लोग फंसे रहे। सड़कों पर गा़ड़िया दौड़ती नहीं बल्कि रेंगते हुए दिखी। पटना नगर निगम के अधिकारियों ने दावा किया था कि इस बार मानसून में पटना
लेकिन घंटे भर की बारिश ने नगर निगम के अधिकारियों के दावों की पोल खोलकर रख दी है। यूं कहे कि पटना नगर निगम का दावा शनिवार को फेल साबित हुआ। पटना के कई इलाकों में जलजमाव की समस्या से लोग परेशान रहें। जलजमाव को देखकर लोगों को 2019 वाली स्थिति याद आ गयी।
लोग यह चर्चा करने लगे कि पटना में उस समय कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गयी थी। लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गये थे। शनिवार को हुई एक घंटे की बारिश के बाद आज जो स्थिति पटना में देखने को मिली उसे देख लोगों को वो दिन याद आ गये। उनकी यादें आज ताजा हो गयी।