चंद्रबाबू नायडू भी उसी अंदाज में जगन से लेंगे बदला, प्रजा वेदिका गिराने का भूला नहीं है मंजर

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आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्‌डी की पार्टी का निर्माणाधीन ऑफिस को एपीसीआरडीए और एमटीएमसी द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। इस पूरी घटना को YSRCP ने प्रतिशोध की राजनीति बताई है। पार्टी की ओर से मामले को लेकर कहा गया कि हाई कोर्ट ने किसी भी तरह के विध्वंस पर रोक लगाया था। इसके बाद भी विध्वंस जारी है। यह टीडीपी की प्रतिशोध की राजनीति है।

बता दें कि विध्वंस को रोकने के लिए पार्टी के गूंटूर जिला अध्यक्ष एम शेषगिरी राव ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जहां उन्होंने रिट याचिका दायर कर के राज्य सरकार, सीआरडीए और एमटीएमसी की सुनवाई पूरी होने तक भवन विध्वंस पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया था। इसके बाद आज राज्य सरकार ने एक्शन लेते हुए YSRCP ऑफिस को तोड़ दिया गया। राज्य सरकार के इस एक्शन के बाद पुराने किस्से फिर से निकल कर बाहर आने लगे हैं।

बदले की राजनीति शुरू

बता दें कि सितंबर 2023 में जब जगनमोहन रेड्‌डी सत्ता में थें तब TDP चीफ चंद्रबाबू नायडू को भ्रष्टाचार के आरोप में CID ने सुबह 6 बजे उनके घर से गिरफ्तार किया था। इतना ही नहीं चंद्रबाबू नायडू द्वारा तैयार किया गया घर ‘प्रजा वेदिका’ को भी गिरवा दिया गया था। जिसके बाद अब TDP की सरकार बनने के कुछ दिनों के भीतर ही ठीक उसी तरह 5:30 बजे ही YSRCP के ऑफिस पर बुलडोजर चलाया गया। इससे पहले भी पूर्व सीएम के आवास से लगे फुटपाथ पर अवैध निर्माण को जीएचएमसी द्वारा तोड़ दिया गया था। इस फुटपाथ का उपयोग रेड्डी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा किया जा रहा था। जिसके बाद यह सवाल उठना शुरु हो गया है कि क्या राज्य में बदले की राजनीति शुरू हो गई है?

हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना

पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने राज्य सरकार के इस एक्शन को लेकर कहा कि “एक तानाशाह की तरह, उन्होंने ताड़ेपल्ली में लगभग बनकर तैयार हो चुके YSRCP के केंद्रीय कार्यालय को बुलडोजर से ध्वस्त करवा दिया। इसके लिए उन्होंने उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना की है। राज्य में कानून और न्याय पूरी तरह से खत्म हो गया है। इस घटना के माध्यम से पता चलता है कि अगले पांच वर्षों के लिए शासन कैसे होगा। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी इन धमकियों या प्रतिशोध की हरकतों के आगे नहीं झुकेगी, न ही कोई कायरता दिखाएगी। हम लोगों की ओर से, लोगों के लिए और लोगों के साथ मजबूती से लड़ेंगे। मैं देश के सभी लोकतंत्रवादियों से चंद्रबाबू के कुकृत्यों की निंदा करने का आग्रह करता हूं।”

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.
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