चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 31 जुलाई, 2024 तक कुल 2.60 लाख टन प्याज का निर्यात किया जा चुका है। इसके अलावा, सरकार ने मूल्य स्थिरीकरण बफर के लिए राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ और नैफेड के माध्यम से मुख्यतया महाराष्ट्र से 4.68 लाख टन प्याज प्राप्त किया है। केन्द्र सरकार ने 4 मई, 2024 से प्याज निर्यात प्रतिबंध हटा लिया है और 550 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) और 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क के साथ निर्यात की अनुमति दी है।
उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार पिछले वर्ष (2023) की तुलना में, चालू वर्ष में प्याज उपजाने वाले किसानों द्वारा प्राप्त मूल्य बहुत अधिक रहा है। अप्रैल से जुलाई, 2024 के बीच महाराष्ट्र में प्याज की औसत मासिक मंडी मॉडल कीमतें 1,230 रुपये से 2,578 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहीं, जबकि पिछले वर्ष (2023) इसी अवधि के लिए यह 693 रुपये से 1,205 रुपये प्रति क्विंटल थी। चालू वर्ष में बफर के लिए प्याज का औसत खरीद मूल्य 2,833 रुपये प्रति क्विंटल था, जो पिछले साल के 1,724 रुपये प्रति क्विंटल के खरीद मूल्य से 64 प्रतिशत अधिक है।
उल्लेखनीय है कि भारत प्याज का शुद्ध निर्यातक है और निर्यात से आय उपार्जन करता है। पिछले तीन वर्षों में भारत द्वारा अर्जित शुद्ध निर्यात मूल्य वर्ष 2021-22 में 3,326.99 करोड़ रुपये, वर्ष 2022-23 में 4,525.91 करोड़ रुपये और वर्ष 2023-24 में 3,513.22 करोड़ रुपये था।