पूर्वी लद्दाख सैन्य गतिरोध के पांचवें वर्ष में प्रवेश करने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत, चीन के साथ शेष मुद्दों के समाधान की उम्मीद करता है।
विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सामान्य द्विपक्षीय संबंधों की वापसी सीमा पर शांति पर निर्भर करती है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को एक साक्षात्कार में कहा कि हम उम्मीद करेंगे कि वहां शेष मुद्दों का समाधान होगा। ये मुद्दे मुख्य रूप से वहां गश्त के अधिकार और गश्त क्षमताओं से संबंधित हैं। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, मैं कहूंगा कि अगर संबंधों को सामान्य बनाना है तो हमें उन मुद्दों को हल करने की जरूरत है। भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच मई 2020 से गतिरोध चल रहा है और अभी तक सीमा विवाद का पूर्ण समाधान नहीं हो पाया है।
हमारे रिश्ते सामान्य नहीं विदेश मंत्री से यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले महीने की गई टिप्पणी से उभरे विवाद के समाधान की उम्मीद कब की जा सकती है। इस पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने इस मामले में केवल बड़ी तस्वीर पेश की है। चीन से हमारे रिश्ते सामान्य नहीं हैं। कहा कि सीमा पर शांति नहीं तो संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं। भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के क्रियान्वयन में देरी चिंता का विषय है।