चुनाव आयोग ने शुक्रवार को मतदान के आंकड़े जारी करने में देरी को लेकर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा लिखे गए पत्र पर आपत्ति जताई।
आयोग ने इन आरोपों को अनुचित बताते हुए कहा कि खड़गे मत प्रतिशत को लेकर भ्रम न फैलाएं। आयोग ने खड़गे के उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने कहा था कि क्या मतदान प्रतिशत आंकड़ा जारी करने में देरी अंतिम परिणामों में हेरफेर करने का प्रयास है। चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव के बीच खड़गे भ्रम फैला रहे हैं और ऐसे बयानों से मतदाताओं की भागीदारी पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आयोग ने कहा कि राज्यों में बड़ी चुनावी मशीनरी भी इससे हतोत्साहित हो सकती है। खड़गे अन्य दलों के नेताओं के साथ चिंता व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन पत्र को सार्वजनिक करने से मंशा पर सवालिया निशान लग गया है। चुनाव आयोग ने कहा कि बूथ-वार मतदान के आंकड़े सभी चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के पास उपलब्ध हैं। कांग्रेस को आरोप लगाने से पहले डेटा का विश्लेषण करना चाहिए था।
कांग्रेस ने शुक्रवार को इस मामले में चुनाव आयोग के दृष्टिकोण को अफसोसजनक बताया। सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक बयान में पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने पूरी तरह से वैध मुद्दे उठाए थे, जिस पर व्यापक चिंता और टिप्पणियां हुई हैं।