राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर चुनाव आयोग की चुप्पी को चिंता का कारण बताया है। उन्होंने सवाल किया कि अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं दिखाई देगा तो उसके तत्वावधान में होने वाले चुनाव पर लोगों का भरोसा कैसे हो सकता है ?
रविवार को जारी बयान में तिवारी ने आरोप लगाया कि आयोग ने निष्पक्ष चुनाव की एक और परंपरा को तोड़ा है। जिस दिन मतदान होता है, उसका प्रारंभिक आंकड़ा उस दिन चुनाव समाप्ति के बाद जारी कर देता है। उसके अगले दिन आयोग अपना अंतिम आंकड़ा जारी करता है।
लेकिन इस बार पहले चरण का वोट डाले जाने के 11 दिन बाद अंतिम आंकड़ा जारी किया गया। आयोग ने दूसरे चरण का चार दिन बाद आंकड़ा जारी किया।