छठ महापर्व में सामाजिक सद्भाव और समरसता की मिसाल पेश कर रही मुस्लिम महिलाएं, पर्व के लिए बद्धि माला का निर्माण कर रही महिलाएं, शुद्धता का रखती है ख्याल
भागलपुर कहते हैं छठ महापर्व में न जाती न धर्म देखा जाता है बगैर किसी भेदभाव के हर जाति धर्म के लोग महापर्व को सम्प्पन्न कराने में अपनी भूमिका निभाते हैं। ऐसा ही नजारा भागलपुर में देखने को मिला रहा है जहां मुस्लिम महिलाएं हिन्दू धर्म के रक्षा कवच बद्धि माला का निर्माण कर रहे हैं। काजीचक की रहने वाली सलीमा खातून, यास्मीन उनकी बचियाँ छठ पूजा के लिए बद्धि बनाने में जुटी हैं। बिना किसी भेदभाव के पूरी शुद्धता के साथ मुसिलम महिलाएं बद्धि का निर्माण कर रही हैं इसके लिए उन्हें बाजारों से लोगों से ऑर्डर भी मिल रहे हैं। बद्धी निर्माण करने वाली महिलाएं बताती हैं कि दर्जनों मुस्लिम परिवार इस माला को बनाते हैं। ये काम कई सालों सो होता आ रहा है। पुश्तैनी काम है, अनंत हो या डोरा और जितिया बंधन आदि का निर्माण भी यहां की महिलाएं करती हैं। काजीचक, लोहापट्टी, हुसैनाबाद और नाथनगर की दर्जनों मुस्लिम महिलाएं पर्व के मौके पर बद्धी का निर्माण करती हैं। महिलाएं सामाजिक सद्भाव और समरसता का मिसाल पेश कर रही है।