बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद से विरोधी खेमा द्वारा लगातार बयानबाजी की जा रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा जा रहा है। वहीं, आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के घटक दल कमर कस रहे हैं। इसी कड़ी में तेजस्वी यादव भी अब 20 फरवरी से जनविश्वास यात्रा पर निकल रहे हैं।
इसकी घोषणा आज RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव 20 फरवरी से जन विश्वास यात्रा पर निकलने वाले हैं। जनता का विश्वास तेजस्वी यादव पर है। विश्वास के कारण ही तेजस्वी यादव को वर्ष 2020 में जनता का भरपूर आशीर्वाद मिला था। बिहार में सबसे ज्यादा वोट राष्ट्रीय जनता दल को मिला था।
वहीं, नीतीश कुमार के फिर से आरजेडी के साथ आने के सवाल पर जगदानंद सिंह ने दो टूक अंदाज में कहा कि लालू प्रसाद समाजवादी विचारधारा के हैं। हमेशा समाजवादी विचारधारा को लेकर आगे चलते हैं और इसीलिए उन्होंने कह दिया कि दरवाजा उनके लिए खुला हुआ है। एक बात ध्यान रखिए अब कुर्सी उनके लिए नहीं होगी।
इसके साथ ही जगदानंद सिंह ने कहा कि “जनता के विश्वास पर हम टिके हैं। तेजस्वी पर जनता का विश्वास 2020 में ही साबित हो चुका है। नीतीश बोलते थे कि 2015 में उनके चेहरे पर वोट मिला। 2020 का चुनाव किसके चेहरे पर हुआ? नीतीश और पीएम मोदी का चेहरा था। उनको लगता था कि तेजस्वी को हवा में उड़ा देंगे लेकिन सभी खुद उड़ गए। तेजस्वी तो जनता के ड्राइविंग सीट पर बैठते हैं लेकिन देश के पीएम क्या कर रहे हैं? देश के पीएम तो अदानी-अंबानी की ड्राइविंग सीट पर बैठते हैं।”
जगदानंद सिंह ने कहा कि जनता के विश्वास को जगाने के लिए ही तेजस्वी यादव यात्रा पर निकल रहे हैं। पहले चरण में 20 फरवरी से 29 फरवरी तक यात्रा तय कर दी गई है। इसके साथ ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर बोलते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि राहुल गांधी जब बिहार में आए थे तो तेजस्वी यादव गाड़ी चला रहे थे, ड्राइविंग सीट पर थे। देखिए ड्राइविंग सीट पर बैठने की अनुमति जनता ने दी है। जनता ने तेजस्वी यादव को इतना बड़ा नेता बनाया है कि वह हमेशा ड्राइविंग सीट पर ही बैठते हैं। बिहार की राजनीति में जो हैसियत जनता ने तेजस्वी यादव को दिया है, वह ड्राइविंग सीट की ही हैसियत है।