मोहन चरण माझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री चुने गए हैं. बता दें कि ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 78 सीटों पर जीत दर्ज की है. पहली बार राज्य की सत्ता पर बीजेपी काबिज होगी.
24 सालों बाद ओडिशा में सत्ता बदलने वाली बीजेपी ने राज्य में मोहन चरण माझी को नए मुख्यमंत्री के तौर पर चुना है. यूपी-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ की तरह ही ओडिशा में भी बीजेपी ने एक सीएम और दो डिप्टी सीएम वाला फॉर्मूला लागू किया है. ओडिशा के दो डिप्टी सीएम होंगे, जिनमें से एक महिला हैं. पार्वती फरीदा और केवी सिंह देव राज्य के डिप्टी सीएम होंगे. मोहन माझी ओडिशा की राजनीति में पहली बार बड़े फलक पर उभरे हैं. आइए जानते हैं कि कौन हैं मोहन चरण माझी
कौन हैं मोहन माझी?
दरअसल, 2024 के ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेता मोहन चरण माझी ने बीजू जनता दल (BJD) की मीना माझी को 11,577 मतों के अंतर से हराकर क्योंझर विधानसभा सीट से जीत हासिल की है. 52 साल के मोहन चरण माझी चार बार के विधायक हैं. उन्होंने साल 2000 से 2009 के दौरान दो बार क्योंझर का प्रतिनिधित्व भी किया. इसके बाद मोहन चरण मांझी साल 2019 में बीजेपी के टिकट पर क्योंझर से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी.
- क्योंझर सीट से जीते हैं
- एसटी आरक्षित सीट है
- 11577 मतों से जीते हैं
- बीजेडी की नीना मांझी को हराया
- चार बार के विधायक हैं
- 52 साल के हैं मोहन चरण माझी
- अनुसूचित जनजाति से आते हैं
कैसा रहा मोहन चरण माझी का राजनीतिक सफर?
मोहन चरण माझी का जन्म 6 जनवरी 1972 को ओडिशा के क्योंझर में हुआ. वह अनुसूचित जनजाति से आते हैं और उन्होंने डॉ प्रियंका मरांडी से शादी की है. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत सरपंच (1997-2000) के तौर पर की थी. इसके बाद उन्होंने साल 2000 में पहली बार विधायक का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. बीजेपी ने उन्हें राज्य आदिवासी मोर्चा का सचिव भी बनाया. इसके अलावा वह राज्य एसटी मोर्चा के महासचिव और 2005 से 2009 तक सरकारी उप मुख्य सचेतक भी रहे.
ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री होंगे मोहन चरण माझी
बता दें दि मोहन चरण माझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री होंगे, जब उन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता था, तब नवीन पटनायक ने राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभाली थी. 24 साल के लंबे अंतराल के बाद साल 2024 में हुए ओडिशा विधानसभा में बीजेडी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में राज्य की 147 सीटों में से 78 पर जीत हासिल की है. वहीं, बीजेडी को 51 सीटों, कांग्रेस को 14 और अन्य के खाते में चार सीटें आई हैं.