बिहार : जमीन में धांधली करने के आरोप में राजस्व विभाग के दो पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह गाज बोधगया के अंचल अधिकारी (सीओ) अविनाश कुमार और बोधगया के तत्कालीन राजस्व अधिकारी व अकबरपुर के सीओ सुमित कुमार पर गिरी है।
जांच के दौरान इन दोनों पदाधिकारियों की करतूत सामने आई है। नियमों की अनदेखी करते हुए बिना खतियान की जांच किए इन्होंने किसी दूसरे की जमीन की जमाबंदी दूसरे व्यक्ति के नाम पर कर दी है। इन्हें निलंबित करने का आदेश विभागीय मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने दिया है। उन्होंने बताया कि इन पदाधिकारियों के पूरे कार्यकाल की जांच कराई जाएगी और जरूरत पड़ने पर संपत्ति की भी जांच कराई जाएगी।
यह है मामला
गया में जमीन की अवैध तरीके से बंदोबस्ती करने से संबंधित शिकायत बबलू प्रसाद ने 21 जून 2024 को विभाग से की थी। बोधगया अंचल के शोभा खाप मौजा में 86 डिसमिल जमीन मूल रूप से दहिया देवी के नाम पर खतियान में दर्ज है। 10 जनवरी 2023 को छेदी मांझी, देवशरण मांझी और नगिना मांझी ने इसे रामचंद्र यादव को बेच दिया। सीओ और राजस्व पदाधिकारी ने अवैध तरीके से इसकी जमाबंदी रामचंद्र यादव के नाम पर कायम कर दी।
डीएम को महीने में एक बार समीक्षा करने का निर्देश
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने सभी डीएम को महीने में एक बार जिला और अपने अधीन अंचल स्तरीय राजस्व कार्यालय के कार्यकलापों की समीक्षा करने का निर्देश दिया है। इन्हें अपनी समीक्षा रिपोर्ट विभाग को भेजनी है। इसके लिए राजस्व विभाग में एक मॉनीटरिंग सेल बनाया गया है। मंत्री का कहना है कि विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई तेज की जाएगी।