पिछले दस सालों में देश और बिहार के विकास के लिए जितने काम किए गए वह तो ट्रेलर है। अभी बहुत कुछ करना बाकी है। देश और बिहार को और आगे ले जाना है। आप सबने विकसित बिहार का जो सपना देखा है, वह मेरा भी संकल्प है। विकसित बिहार मोदी की गारंटी है। गरीबी की ताप सहकर यहां पहुंचा हूं। हर गरीब के सपनों का महत्व जानता हूं। इसलिए गरीबों का सपना ही मेरा संकल्प है। हर नौजवान, मां, बहन और बुजुर्ग को मोदी की गारंटी है। गुरुवार को जमुई के बल्लोपुर में बिहार की पहली चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उक्त बातें कहीं।
बिहार में लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज करते हुए प्रधानमंत्री ने विपक्ष को आड़े हाथ लिया। कहा कि मोदी के खिलाफ अनाप-शनाप बोले जा रहे हैं। मैं कहता हूं भ्रष्टाचार हटाओ। वो कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। सारे भ्रष्टाचारी बोल रहे हैं, मोदी आया, मोदी आया। मैं कह रहा हूं, जिन्होंने लूटा है, उन्हें लौटाना पड़ेगा। राजद-कांग्रेस का नाम लेते हए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश सोलर सिस्टम को मजबूत कर रहा है और वो लालटेन युग में रखना चाहते हैं। जंगलराज में बेटियों को उठा लिया जाता था। राम मंदिर न बने इसके लिए राजद-कांग्रेस ने ताकत लगा दी थी। राम मंदिर का 500 साल पुराना सपना अब जाकर पूरा हुआ। पीएम ने कहा, विपक्ष ने बिहार-बिहारी का अपमान किया। कर्पूरी ठाकुर का अपमान किया। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया तो उसका भी विरोध किया। विपक्ष ने तो रामनाथ कोविंद और द्रोपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाने का भी विरोध किया। पहले गरीबों का पैसा लूट लिया जाता था। घमंडिया वालों की सरकार खाते में पैसे देती क्या? राजद-कांग्रेस तो गरीबों के पैसे लूट लेते। गरीबों-दलितों के विरोधी को चुन-चुन कर आप साफ करें। रैली को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, मंत्री मंगल पांडेय, सुमित सिंह, उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान ने भी संबोधित किया। मंच संचालन स्थानीय विधायक श्रेयसी सिंह ने किया।
ठीक पांच साल दो दिन बाद बल्लोपुर पहुंचे प्रधानमंत्री ने मुद्दे तो साल 2019 वाले ही उठाए, मगर कुछ नए नारे भी गढ़े। 2 अप्रैल, 2019 को प्रधानमंत्री ने इसी मैदान से बिहार में चुनावी सभा का आगाज किया था। 2024 में भी बिहार में चुनावी सभा के आगाज के लिए पीएम ने मैदान वही चुना। तारीख रही 4 अप्रैल। 2019 के चुनाव में पीएम ने नक्सलवाद, सेना के शौर्य, विपक्ष की ओर से सेना पर उठाए जाने वाले सवाल, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी थी। इस बार भी पीएम नक्सलवाद पर बोले। कहा कि नक्सलवाद की कमर टूट चुकी है। भटके हुए लोगों को मुख्यधारा से जोड़ा गया है। नया भारत घर में घुसकर मारता है। जैसे शब्दों से सेना के शौर्य को दर्शाया। पिछली बार उन्होंने महामिलावटी गठबंधन शब्द का इस्तेमाल किया था, इस बार घमंडिया गठबंधन शब्द उनके मुंह से कई बार निकला। विकसित भारत, खुशहाल बिहार, जो लूटा है वह लौटाना पड़ेगा जैसे नारे नए रहे। नीयत सही तो नतीजे भी सही। यह नया नारा भी पीएम ने गढ़ा।
मोदी ने कहा, आज भारत दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। चंद्रमा के जिस कोने तक कोई नहीं पहुंचा, वहां हमारा चंद्रयान और तिरंगा पहुंचा। जी-20 की मीटिंग हुई तो इसकी चर्चा पूरी दुनिया में हुई। यह सब किसने किया? भीड़ ने जवाब दिया- मोदी ने। पीएम ने कहा, नहीं आपका जवाब गलत है। ये मोदी ने नहीं, आपने किया है। आपके वोट ने किया है। मेरी सफलता का हकदार सारे देशवासी हैं।
अपने संबोधन के आखिर में प्रधानमंत्री ने भीड़ से एक आग्रह किया। बोले, आप सब मेरा एक काम कर देंगे? उत्साहित भीड़ ने हां में जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, हर परिवार में जाकर मेरा प्रणाम पहुंचा देना। आप सबों की ओर से मुझे यह गारंटी चाहिए। भाषण की शुरुआत में पीएम ने हुजूम की तारीफ करते हुए कहा कि मैं जब भी यहां आया हूं, आप सबने भरपूर प्यार दिया। अपनापन दिया।
चुनावी सभा में बोल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्व. रामविलास पासवान को शिद्दत से याद किया। बोले, पिछले चुनाव में भी मैं यहां आया था। इस बार एक कमी है। दलितों, गरीबों के हितैषी पद्मविभूषण रामविलास पासवान हमारे बीच नहीं हैं। आगे कहा, संतोष है कि उनके विचार को मेरा छोटा भाई चिराग आगे बढ़ा रहा है। ये रामविलास पासवान के संकल्पों को मजबूती देंगे।