देश की निगाहें झारखंड पर टिकी हैं।जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग तहत ईडी ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।सोरेन कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं। ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा है कि सीएम की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी पार्टी की अगुवाई करेंगी।
देश की निगाहें झारखंड की सियासत पर टिकी हुई है. यहां पर सीएम के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी हो रही है. जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ईडी की जांच जारी है. उनकी गिरफ्तारी कभी हो सकती है. ऐसे में सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी झारखंड की गद्दी पर बैठने जा रही हैं. पिछले दो दिनों से सीएम हेमंत सोरेन लापता थे. हालांकि, सीएम दफ्तर से ईडी की पूछताछ की तारीखों के ऐलान के बाद मंगलवार को वे रांची पहुंचे. इस दौरान उन्होंने विधायकों के संग सीएम आवास पर एक बैठक भी की।
कौन हैं मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन
कल्पना सोरेन के संबंध कारोबारी घराने से रहे हैं. वे ओडिशा के मयूरभंज जिला स्थित एक कारोबारी खानदान से हैं. कल्पना का जन्म रांची में हुआ था. 1976 में जन्मी कल्पना सोरेन ने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई रांची से की थी. कल्पना सोरेन मौजूदा समय में एक स्कूल को भी चलाती हैं।
कल्पना सोरेन सात फरवरी 2006 को हेमंत सोरेन के साथ शादी के बंधन में बंधीं. उनके दो पुत्र हैं. ऐसा पहली बार है, जब कल्पना सोरेन का नाम सामने आया है. ऐसे में कल्पना सोरेन का राजनीति में आने का कोई प्लान नही है, मगर संपत्ति के मामले में वह करोड़पति हैं।
चुनाव आयोग को दी एक जानकारी के अनुसार, 2019 में हेमंत सोरेन के पास कुल 8,51,74,195 करोड़ की संपत्ति मौजूद थी. उनकी पत्नी के पास 94,85,235 लाख रुपये का कुल कैश था. वहीं पत्नी कल्पना सोरेन के पास कई बैक अकाउंट्स में 2,55,240 रुपये की संपत्ति जमा हैं. वहीं उन्होंने कई पॉलिसी में निवेश भी किया है. उनके पास LIC और ICICI की 24 लाख की पॉलिसीज मौजूद हैं।
क्यों हो सकती है ताजपोशी
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की आशंका के बीच कल्पना सोरेन को सीएम बनाए जाने की चर्चा तेज हो चुकी है. गांडेय सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद ने अचानक 31 दिसंबर को निजी वजहों से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद से ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस सीट से सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है. उस समय ऐसी चर्चा थी कि कल्पना सोरेन के लिए रास्ता बनाने के लिए ये इस्तीफा दिया गया है।