जाम से जुझने वाले शहर भागलपुर के लिए मेट्रो रेल साबित होगा वरदान

Metrotrain

स्मार्ट सिटी के रूप में घोषित भागलपुर को प्रदेश सरकार एक और सौगात देने जा रही है। प्रदेश सरकार ने भागलपुर समेत प्रदेश के चार जिलों में मेट्रो परिचालन संबंधी प्रस्ताव को सैद्धांतिक सहमति दे दी है। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर की ओर से इस संबंध में प्रेस नोट जारी कर इसकी सूचना दी गई है। सरकार की इस घोषणा से शहर के विकास को न सिर्फ पंख लग जाएंगे, बल्कि जाम से जूझ रहे शहर को परिवहन का बेहतर विकल्प उपलब्ध हो जाएगा।

मेट्रो रेल महानगरों के यातायात का तीव्रतम साधन है। इसके मार्ग सुरक्षित तथा अबाधित हैं। इनके मार्ग में कहीं कोई रेलवे फाटक या अन्य अवरोध नहीं आता। इसलिए यह लोगों के लिए यातायात का काफी बेहतर विकल्प होता है। इससे यातायात की भीड़ और वायु प्रदूषण को कम करने में मदद मिलती है और लोगों के लिए शहर में घूमना आसान हो जाता है। ऐसे में जाम से जूझ रहे शहर के लोगों के लिए भागलपुर शहर में मेट्रो रेल का परिचालन की स्वीकृति एक सौगात की तरह है। स्टेशन से निकलकर शहर के विभिन्न गंतव्य की ओर से सुविधापूर्ण ढंग से जाने का सपना साकार हो जाएगा। स्टेशन से तिलकामांझी, मायागंज अस्पताल, नाथनगर, जीरोमाइल, बाईपास आदि इलाकों की ओर जाने में लोगों को काफी सुविधा मिल जाएगी। आने वाले समय में न सिर्फ शहर का विस्तार होगा बल्कि आबादी भी काफी बढ़ जाएगी। ऐसे में यातायात के सबसे बेहतर विकल्प के रूप में मेट्रो रेल की स्वीकृति काफी फायदेमंद साबित होगा।

अंडरग्राउंड मेट्रो रेल का परिचालन होगा चुनौतीपूर्ण

शहर की बनावट के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यहां अंडरग्राउंड मेट्रो रेल का परिचालन काफी कठिन चुनौतीपूर्ण साबित होगा। स्टेशन से पटल बाबू रोड होते हुए कचहरी तक की सड़क डबल लेन की है। स्टेशन से नाथनगर की ओर सड़क काफी संकरी है। इन सब रूटों पर अंडरग्राउंड मेट्रो रेल लाइन बिछाने में मुश्किल आएगी। हालांकि कचहरी से तिलकामांझी चौराहा, तिलकामांझी चौराहा से जीरो माइल तक सड़क की चौड़ाई की वजह से यहां बेहतर संभावना है। रेलवे स्टेशन से अलीगंज होते हुए बाईपास तक भी स्थिति माकूल है। इन सब चीजों को देखते हुए शहर में अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन के अलावा एलिवेटेड मेट्रो लाइन की भी संभावना बन सकती है। दिल्ली में कई स्थानों पर मेट्रो ट्रेन लाइन के लिए यही विकल्प अपनाया गया है।

सर्वे के बाद डीपीआर

नगर विकास विभाग से जुड़े कुछ अधिकारियों का कहना है कि मेट्रो ट्रेन शुरू करने में पहला कॉरिडोर किस इलाके में बनेगा, यह सर्वे और डीपीआर के बाद ही तय हो सकेगा। पटना और दिल्ली में भी ऐसा ही हुआ था। धीरे-धीरे जरूरतों के हिसाब से इसको विस्तार भी मिलेगा। इससे लोगों को यातायात में काफी सुविधा मिलेगी। रोज-रोज के जाम से छुटकारा मिलेगा।

2017 में मिला था संकेत

साल 2017 में भी बिहार सरकार ने यह संकेत दिया था स्मार्ट सिटी भागलपुर को मेट्रो ट्रेन का तोहफा मिल सकता है। तत्कालीन नगर विकास मंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार इसकी तैयारी कर रही है। सरकार ने भागलपुर में मेट्रो ट्रेन की तैयारी का संकेत तब दिया था जब पटना में पटना मेट्रो का काम तेजी से चल रहा था। भागलपुर में मेट्रो ट्रेन चलाने की बात पूर्व नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी ने भी की थी।

भागलपुर में मेट्रो रेल परिचालन शुरू करने की सैद्धांतिक सहमति देने का बिहार सरकार का निर्णय स्वागतयोग्य कदम है। विधान परिषद में भी इस मांग को उठाया था। -विजय कुमार सिंह, सदस्य, बिहार विधान परिषद, भागलपुर-बांका

भागलपुर शहर के लिए यह अत्यंत ही शुभ समाचार है। हम सभी इसके संबंध में आगे के दिशा निर्देश का इंतजार कर रहे हैं। जो दिशा निर्देश आएगा उस अनुरूप आगे काम किया जाएगा।

-नितिन कुमार सिंह, नगर आयुक्त

 

सरकार का यह सराहनीय कदम है। इसके लिए सीएम को धन्यवाद। भागलपुर शहर में यातायात बड़ी समस्या है और इससे उसका हल निकलेगा।

-डॉ. बसुंधरा लाल, मेयर

 

आने वाले समय में शहर की जनसंख्या और उस अनुरूप यातायात के साधन के रूप में मेट्रो की सौगात मिलना जरूरत को पूरी करने वाला साबित होगा।

-डॉ. प्रीति शेखर, पार्षद नगर निगम

स्मार्ट सिटी के रूप में घोषित अपने शहर में मेट्रो परिचालन की स्वीकृति के लिए सरकार धन्यवाद की पात्र है। इस काम की जल्द से जल्द शुरुआत हो जाए तो लोगों के लिए बेहतर होगा।

-सलाहउद्दीन अहसन, डिप्टी मेयर

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