टीम इंडिया जिम्बाब्वे दौरे की शुरुआत जीत के साथ नहीं कर सकी है। कम टारगेट के सामने युवा सितारों से सजी टीम इंडिया कंपकंपा गई और जिम्बाब्वे ने उसे 13 रनों से हरा दिया। शुभमन गिल ने किसी तरह टीम को संभाल की कोशिश की लेकिन वह भी फेल रहे। अंत में वॉशिंगटन सुंदर ने भी लड़ाई लड़ी लेकिन वह भी नाकाम रहे। जिम्बाब्वे ने टीम इंडिया के सामने 116 रनों का आसान सा लक्ष्य रखा था। टीम इंडिया 19.5 ओवरों में 102 रनों पर ढेर हो गई।
इसी के साथ जिम्बाब्वे ने पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। युवा टीम इंडिया के सामने रहते हुए भी इस जीत की उम्मीद जिम्बाब्वे से नहीं थी लेकिन गेंदबाजों ने ये काम कर दिखाया।
डेब्यूटंट फेल
इस मैच में भारत ने तीन खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका दिया लेकिन तीनों ही खिलाड़ी बुरी तरह से फेल हो गए। शुभमन गिल के साथ पारी की शुरुआत करने आए अभिषेक शर्मा पहले ही ओवर में बिना खाता खोले आउट हो गए। अभिषेक ने आईपीएल में तूफानी बल्लेबाजी की थी लेकिन अपने पहले इंटरनेशनल मैच में वह फेल रहे। ऋतुराज गायवाड़ भी सात रनों से आगे नहीं जा सके। दूसरे डेब्यूटंट रियान पराग भी फेल रहे और दो रन ही बना सके।
बेहतरीन फिनिशर का तमगा पा चुके रिंकू सिंह ने भी निराश किया और दो गेंद खेलने के बाद बिना रन बनाए आउट हो गए। तीसरे डेब्यूटंट ध्रुल जुरैल, गिल के साथ साझेदारी करते नजर आ रहे थे लेकिन छह रनों से आगे अपनी पारी नहीं ले जा सके।
गिल ने तोड़ी उम्मीद
पूरी उम्मीद कप्तान गिल पर टिकी हुई थीं लेकिन वह भी उम्मीद तोड़कर चलते बने। 11वें ओवर की दूसरी गेंद पर जिम्बाब्वे के कप्तान सिकंदर रजा ने उन्हें आउट किया। गिल ने 29 गेंदों का सामना करते हुए 31 रन बनाए जिसमें पांच चौके शामिल रहे।
भारतीय गेंदबाजों का कमाल
गिल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी। उनका ये फैसला तो सही साबित हुआ क्योंकि भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान टीम को 119 रनों पर ही रोक दिया। दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर मुकेश कुमार ने इनोसेंट काइया का शिकार कर जो सिलसिला शुरू किया वो लगातार अंतराल पर जारी रहा। जिम्बाब्वे की तरफ से कोई भी बड़ी साझेदारी नहीं हो सकी और टीम लगातार विकेट खोती रही।