देश में जुलाई में नियुक्तियों में तेज वृद्धि देखने को मिली है और इसमें सालाना आधार पर 11 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। हालांकि, मासिक आधार पर नियुक्तियों में एक प्रतिशत की गिरावट हुई है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
फाउंडइट (पूर्व मॉनस्टर) की रिपोर्ट में बताया गया है कि आईटी सॉफ्टवेयर और सर्विस सेक्टर सबसे अच्छे पैकेज कर्मचारियों को ऑफर कर रहे हैं। इन सेक्टरों में फ्रेशर्स की सैलरी 4.1 लाख रुपये से लेकर 7.5 लाख रुपये तक की है।
रिटेल और टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर में भी सैलरी में इजाफा देखने को मिला है। इन सेक्टरों में फ्रेशर्स का औसत पैकेज 3.3 लाख रुपये से लेकर 5.2 लाख रुपये के बीच है। वहीं, विज्ञापन, मार्केट रिसर्च और पीआर में अनुभवी पेशेवरों का वेतन 11 लाख रुपये से लेकर 33 लाख रुपये के बीच है।
फाउंडइट के सीआईओ शेखर गरिसा का कहना है कि मौजूदा बजट में उत्पादकता बढ़ाने और रोजगार सृजित करने पर फोकस किया गया है। यह रिक्रूटमेंट इंडस्ट्री के लिए अच्छा संकेत है। हमने महसूस किया है कि नए टैलेंट की अधिक मांग के कारण कर्मचारियों के वेतन में लगातार इजाफा हो रहा है। सबसे अधिक ग्रोथ टेक्नोलॉजी, डिजिटल मार्केटिंग और ई-कॉमर्स में देखी गई है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि टियर-2 शहरों में कोयंबटूर में नियुक्तियों में सबसे ज्यादा 24 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है। इसके बाद जयपुर में 23 प्रतिशत की बढ़त हुई है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में 18 प्रतिशत, चेन्नई में 14 प्रतिशत और पुणे में 12 प्रतिशत की नियुक्तियों में बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि ऑटोमोटिव, बीएफएसआई, ट्रैवल और टूरिज्म के सैलरी पैकेज में कमी देखने को मिली है। इसकी वजह बाजार में चुनौतियों का बढ़ना और इंडस्ट्री में बदलाव आना है।