पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय प्लेयर्स ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत ने मौजूदा ओलंपिक में तीन ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं और तीनों ही शूटिंग से आए हैं। लेकिन एथलेक्टिस से भारतवासियों को बहुत ही ज्यादा उम्मीदें हैं। क्योंकि वहां जैवलिन में नीरज चोपड़ा चुनौती पेश कर रहे हैं। अब क्वालीफाइंग राउंड में नीरज ने पहला थ्रो ही 89.34 मीटर दूर तक फेंका है और फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। उनसे गोल्ड मेडल की आस है।
अरशद नदीम ने भी फाइनल के लिए किया क्वालीफाई
नीरज चोपड़ा ने अपने सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका है। उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो 88.36 मीटर को पार कर लिया। जो उन्होंने मई 2024 में दोहा डायमंड लीग में बनाया था। दूसरी तरफ पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी अपने पहले प्रयास में 86.59 मीटर थ्रो के साथ फाइनल के लिए ही क्वालीफाई कर लिया है। फाइनल में पहुंचे के लिए प्लेयर को 84 मीटर तक थ्रो फेंकना होता है।
किशोर जेना मौका चूके
क्वालीफाइंग राउंड में भारत के किशोर जेना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे हैं। वह 80.73 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ ग्रुप ए में 9वें स्थान पर रहे। जेना ने अपने पहले प्रयास में अपना जैवलिन 80.73 मीटर तक भेजा और फिर अपने दूसरे प्रयास में फाउल कर दिया। उन्हें अपने अंतिम प्रयास में 84 मीटर थ्रो की जरूरत थी लेकिन वह 80.21 मीटर की दूरी तय करने में सफल रहे। जो फाइनल के लिए काफी नहीं था।
इन 12 प्लेयर्स ने फाइनल में बनाई जगह
जैवलिन के फाइनल में 12 प्लेयर्स ने क्वालीफाई किया है। इनमें नीरज चोपड़ा (89.34), एंडरसन पीटर्स (88.63), जूलियन वेबर (87.76), अरशद नदीम (86.59), जूलियस येगो (85.97), लुइज मौरिसियो दा सिल्वा (85.91), जैकब वाडलेज्च (85.63), टोनी केरेनन (85.27), एंड्रियन मार्डारे (84.13), ओलिवर हेलैंडर (83.81), केशोर्न वालकॉट (83.02) और लस्सी एटेलटालो (82.91)।