बेंगलुरू, एजेंसी। कर्नाटक के चिकमंगलूर के झरनों को देखने सैलानी आते रहते हैं। लेकिन मॉनसून के मौसम में ये झरने खतरनाक हो जाते हैं। इसलिए पुलिस ने कुछ जोखिम वाले झरनों के लिए लोगों के प्रवेश बंद कर दिए। लेकिन कुछ युवक नियम-कानून तोड़कर चले गए। ऐसे में कर्नाटक पुलिस ने सजा के तौर पर उनके कपड़े ही गायब कर दिए।
दरअसल बारिश के कारण पहाड़ों से आने वाले पानी का बहाव अचानक काफी तेज हो जाता है और यहां नहाने का लुत्फ उठाने वाले लोग फंस जाते हैं। इसी खतरे को देखते हुए यहां नियम बनाए गए और एंट्री पर रोक लगा दी गई। लेकिन कुछ पर्यटक जबरन वहां जाकर नहाने लगे। पुलिस ने सजा के तौर पर उनके कपड़े ही उठा लिए। हालांकि बाद में इन लोगों ने माफी मांगी तब पुलिस ने कपड़े लौटाए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एक यूजर ने कहा-सबक सिखाने का अच्छा तरीका।
कपड़े लेकर चली गई पुलिस : वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमित उपाध्याय नाम के यूजर ने शेयर किया और बताया कि मामला कर्नाटक के चिकमंगलूर के आलेखन फॉल्स चारमाडी का है। बारिश के दिनों में चिकमंगलूर में पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है। यहां के झरने लोगों को अपनी तरफ खूब आकर्षित करते हैं। मुदिगेरे इलाके में कोटिगे हारा से चारमाडी घाट रोड के बीच कई खूबसूरत झरने हैं, जिसे देख पर्यटक अपने आपको उन झरनों में नहाने से रोक नहीं पाते। लेकिन इन दिनों में हादसों की वजह से कुछ झरनों के पास जाने पर पुलिस रोक लगा देती है। हाल ही में ऐसे ही एक झरने के पास जाने पर पुलिस ने रोक लगाई थी। इसके बावजूद भी यहां पर कई पर्यटक पहुंच गए और झरने में नहाने लगे। पुलिस को जब इस बात की जानकारी मिली तो पुलिस भी वहां पहुंच गई और नहा रहे लोगों के कपड़ों को लेकर पुलिस ने अपने पास रख लिया। जब पुलिस को अपने कपड़े ले जाते हुए नहा रहे पर्यटकों ने देखा तो वे नंगे बदन ही पुलिस के पीछे-पीछे आएं और पुलिस से अपने कपड़े वापस करने के लिए विनती करने लगे। मामले में पुलिस ने पर्यटकों पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं की और उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया।
वीडियो पर लोगों ने ऐसी प्रतिक्रियाएं:वीडियो के वायरल होने के बाद मामले पर लोगों के तरह-तरह के रिएक्शन भी आ रहे हैं। वीडियो देख एक यूजर ने कमेंट करते हुए कहा कि ऐसे लोगों पर पुलिस को अच्छा-खासा फाइन लगाना चाहिए। तभी इन लोगों की अक्ल ठिकाने आएगी। दूसरे ने लिखा- पुलिस ने बहुत ही अच्छे तरीके से इन लोगों को सबक सिखा दिया है, मारने-पीटने के बजाय ऐसे लोगों को इसी तरह से शर्मिंदा किया जाना चाहिए। तीसरे ने लिखा- इस झरने में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। लेकिन इन लोगों को मौत से भी डर नहीं लगता। ऐसे में पुलिस ने इन्हें अच्छा सबक सिखाया है।