झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मिली जमानत, झारखंड उच्च न्यायालय से मिली बड़ी राहत
झारखंड उच्च न्यायालय ने भूमि घोटाला मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमानत दे दी है. झारखंड हाई कोर्ट ने शुक्रवार को यह फैसला सुनाया. करीब 5 महीने तक हेमंत सोरेन जेल में रहे. झारखंड हाई कोर्ट ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की जमानत याचिका मंजूर कर ली है. बड़गाईं में 8.5 एकड़ जमीन के कथित घोटाला मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता और झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के वकील लगातार जमानत के लिए कोर्ट में अर्जियां लगा रहे थे.
बता दें कि 13 जून को सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) और बचाव पक्ष की ओर से बहस पूरी होने के बाद फैसले को सुरक्षित रख लिया गया था. शुक्रवार को सुबह डबल बेंच की सुनवाई के बाद जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय की सिंगल बेंच ने अपना आदेश सुना दिया. उन्होंने कोर्ट रूम में एक लाइन का फैसला सुनाया, जिसमें कहा कि हेमंत सोरेन को जमानत दी जाती है.
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में बड़ा राजनीतिक बदलाव देखा गया. हेमंत की जगह झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चम्पई सोरेन को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया. वहीं हेमंत की भाभी दुर्गा सोरेन ने जेएमएम छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गई. उन्हें भाजपा ने लोकसभा चुनाव में दुमका से उम्मीदवार बनाया लेकिन वह चुनाव हार गई. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संरक्षक शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन ने अपने पति दुर्गा सोरेन की मृत्यु के बाद JMM नेतृत्व पर उन्हें और उनके परिवार की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद, भाजपा ने उन्हें दुमका से अपना उम्मीदवार बनाया. तत्कालीन सांसद सुनील सोरेन की जगह दुर्गा उम्मीदवार जरुर बनी लेकिन वह प्रतिष्ठा की लड़ाई में JMM उम्मीदवार नलिन सोरेन से 22,527 मतों से हार गईं.
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