टीचरों की लापरवाही आई सामने, कॉपी वेरिफिकेशन के बाद बढ़े स्टूडेंट्स के नंबर
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की कॉपी चेकिंग को लेकर शिक्षकों की लापरवाही सामने आ रही है. वेरिफिकेशन में स्टूडेंट्स के नंबर बढ़ रहे हैं.
CBSE की 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए गए हैं. लेकिन कॉपी चेकिंग को लेकर शिक्षकों की लापरवाही सामने आ रही है. हजारों स्टूडेंट्स ने कॉपी रीचेकिंग के लिए आवेदन किया है. बिहार की बात करें तो 10765 छात्र- छात्राओं ने अंक सत्यापन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है. वेरिफिकेशन के लिए बोर्ड ने 22 मई से 24 मई तक ऑनलाइन आवेदन करने की तारीख घोषित की थी. कॉपी की जांच शुरू हो तो शिक्षकों के कम नंबर देने और अधिक देने जैसी लापरवाही सामने आ रही है. छात्रों के जांच हो रही कॉपी में उनके नंबर बढ़ रहे हैं.
टीचरों की लापरवाही आई सामने
विषय के हिसाब अंकों में काफी अंतर देखा जा रहा है. सैकड़ों छात्र ऐसे हैं जिनके अलग-अलग विषय में अंकों का काफी अंतर दिखा है. गणित में 90 अंक हैं, विज्ञान में 45 अंक. बड़ी संख्या में छात्रों ने अंक वेरिफेकशन के लिए आवेदन किया है. दोबारा कॉपी जांच हो रही है तो उनके अंक भी बढ़ रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिन छात्रों के अंक बढ़ रहे हैं, ऐसे छात्र की आंसर-की जांच करने वाले शिक्षकों को बोर्ड पहचान कर रहा है. साथ ही ऐसा टीचरों से स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा. साथ ही हो सकता है जुर्माना भी लगे. जिनके कारण अंक प्रतिशत कम हुए, उन शिक्षकों पर आगे मूल्यांकन करने में पाबंदी भी लगाई जा सकती.
कॉपी रीचेकिंग के बाद नंबर बढ़ें
छात्रों ने जो आंसर लिखे हैं उनके आंसर भी स्टेप वाइज नहीं दियी गया है. छात्रों ने स्पेट वाइज उत्तर दिया, पर अंक स्टेप वाइज नहीं दिये गए. नंबर जोड़ने की गलती की गई. कई ऐसे स्टूडेंट्स जिन्हें विज्ञान में 45 नंबर मिले वहीं गणित में 90 अंक आए. नंबर वेरिफिकेशन के बाद विज्ञान विषय में 85 अंक आए हैं. वहीं दूसरे स्टूडेंट्स ने बताया कि फिजिक्स में 50 नंबर मिले लेकिन वेरिफिकेशन के बाद 10 नंबर बढ़ गए.
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