एक अध्ययन के मुताबिक, गंभीर कोविड -19 संक्रमण की चपेट में आए लोग, सिजोफ्रेनिया का शिकार भी हो सकते हैं…चलिए इस बारे में विस्तार से जानें।
कोविड-19 आपके मानसिक स्वास्थ्य पर खतरा है… एक हालिया स्टडी में ये हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. दरअसल एक बार फिर देश-दुनिया पर कोरोना का कहर मंडराने लगा है. इस संक्रमण के नए सब वेरिएंट JN.1 में तेजी ने लोगों की चिंता और भी ज्यादा बढ़ा दी है. इसी बीच इस हालिया स्टडी ने मालूम चला है कि, कोविड-19 हमारे मानसिक स्वास्थ्य को नकारात्मक ढंग से प्रभावित कर रहा है. इस अध्ययन के मुताबिक, गंभीर कोविड -19 संक्रमण की चपेट में आए लोग, सिजोफ्रेनिया का शिकार भी हो सकते हैं।
गौरतलब है कि, नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुई है इस स्टडी में पाया गया है कि, वे लोग जो गंभीर कोविड-19 संक्रमण का शिकार हैं, उन्हें सिजोफ्रेनिया की चपेट में आने का खतरा अन्य की तुलना में काफी ज्यादा है. ऐसे में वे लोग, जो इस संक्रमण से अबतक बचे हुए हैं उनका सिजोफ्रेनिया से बचाव संभव है।
आखिर क्या है सिजोफ्रेनिया?
मालूम हो कि, सिजोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक विकार है. इससे पीड़ित व्यक्ति के सोचने, महसूस करने और व्यवहार करने के तरीके पर नकारात्मक असर पड़ता है. इससे पीड़ित व्यक्ति का वास्तविकता से संपर्क टूटने लगता है, वो चीजें देख और सुन पाता है, जिनका असल जिंदगी से कोई लेना-देना है ही नहीं. जो स्पष्ट तौर पर व्यक्ति के आम जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है।
सिजोफ्रेनिया के लक्षण
- भ्रम होना
- एंग्जायटी
- नशीले पदार्थों का इस्तेमाल
- बोलने में तकलीफ
- डिप्रेशन
- अकेले रहना
- पर्सनल हाइजीन की अनदेखी
- अजीब मूवमेंट करना
- हर समय डर लगना या घबराना
- ऐसी चीजें दिखाई या सुनाई देना, जो असल जीवन में नहीं हैं