सशस्त्र सीमा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक (डीजी) का अतिरिक्त प्रभार डीजी एसएसबी दलजीत सिंह चौधरी को सौंपा गया है। गृह मंत्रालय की ओर से नितिन अग्रवाल को हटाए जाने के बाद दलजीत सिंह चौधरी को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दलजीत सिंह चौधरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में एडीजी के रूप में अपने कार्य करने का व्यापक अनुभव है। इस फैसले के बाद चौधरी दोनों बलों के प्रमुख के रूप में कार्य करेंगे, जो कि देश की सुरक्षा और सीमा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी नियुक्ति को देश की सुरक्षा और सीमा सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
यह निर्णय गृह मंत्रालय द्वारा लिया गया है, जो कि देश की आंतरिक सुरक्षा और सीमा प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। चौधरी की नियुक्ति से देश की सुरक्षा और सीमा सुरक्षा में और मजबूती आएगी।
बता दें कि गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल को पद से हटा दिया गया था। इसके अलावा बीएसएफ के स्पेशल डीजी वाईबी खुरानिया को भी पद से हटाकर उन्हें वापस ओडिशा कैडर में भेज दिया गया था।
जानकारी के अनुसार, दोनों को पद से हटाए जाने के पीछे की वजह जम्मू कश्मीर में पिछले एक साल से लगातार हो रही आतंकी घुसपैठ है। जम्मू कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ को लेकर भारत सरकार का यह सबसे बड़ा प्रशासनिक एक्शन है जिसमें वरिष्ठतम अधिकारियों पर गाज गिरी है। पिछले 1 महीने में इन दोनों अधिकारियों ने जम्मू कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सीमा और लाइन ऑफ कंट्रोल का दौरा किया था और अहम बैठकों में हिस्सा लिया था। इसके अलावा पंजाब सेक्टर से लगातार हो रही आतंकी घुसपैठ को प्रभावशाली ढंग से ना काबू पाना भी इस सबसे बड़े एक्शन की बड़ी वजह है।
बीएसएफ में उच्चस्तरीय अधिकारियों के स्थानांतरण के बाद, अब यह देखना होगा कि नए नियुक्त अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी कैसे कार्यभार संभालते हैं और बल की कार्यक्षमता को कैसे बढ़ाते हैं। इस बदलाव के बाद, बीएसएफ के संचालन और रणनीतियों में भी बदलाव की संभावना जताई जा रही है।