राज्य के सभी जिला अस्पतालों के डॉक्टरों को अब सप्ताह के 6 दिनों में कम से कम 48 घंटे की ड्यूटी लगेगी। प्रत्येक दिन 8 घंटे की ड्यूटी अनिवार्य कर दिया गया है। पहले डॉक्टर चार दिनों में भी 48 घंटे ड्यूटी कर लेते थे, तो मान्य था।
ओपीडी, इमरजेंसी और लेबर रूम में रोस्टर ड्यूटी के अनुसार काम करना होगा। तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगेगी। स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए मॉडल रोस्टर ड्यूटी तैयार की है। ड्यूटी रोस्टर में बार-बार बदलाव नहीं किया जाएगा। मॉडल रोस्टर ड्यूटी को सिविल सर्जन और जिला अस्पतालों के अधीक्षक व उपाधीक्षकों को भेजा गया है। जिला अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा को तीन पालियों में बांट दिया गया है। मरीजों के निबंधन का समय भी दो पाली सुबह और शाम के अनुसार तय किया गया है। मॉडल रोस्टर के अनुसार तीन तीन पालियों में ड्यूटी लगाई गई है।