केदारनाथ धाम और मार्ग में फंसे ढाई हजार लोगों को शुक्रवार को युद्धस्तर पर बचाव अभियान चलाकर निकाला गया, लेकिन 1200 से ज्यादा श्रद्धालु फंसे हुए हैं।
वायुसेना के एमआई-़17 हेलीकॉप्टर ने सुबह उड़ान भरी और 15 यात्रियों को गोचर पहुंचाया। वहीं, खराब मौसम के कारण चिनूक हेलीकॉप्टर पूरे दिन उड़ान नहीं भर सका। पैदल मार्ग ध्वस्त होने से लोग गौरीकुंड नहीं पहुंच पा रहे हैं।
उधर, वायनाड के मुंडक्कई क्षेत्र में विनाशकारी भूस्खलन के तीन दिन बाद बचावकर्मियों ने शुक्रवार को एक ही परिवार के चार लोगों को पदवेट्टी कुन्नू के पास में सुरक्षित पाया।