बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बीजेपी नेताओं की बैठक की। इस बैठक में तमाम मंत्री, विधायक और एमएलसी शामिल हैं। बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावड़े, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय सहित कई BJP नेता बैठक में मौजूद रहे। बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर यह बैठक बुलायी गयी।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जब बीजेपी नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे तभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फोन करके बीच मीटिंग से सम्राट चौधरी को सीएम हाउस बुलाया। फोन आने के बाद सम्राट चौधरी मुख्यमंत्री से मिलने एक अणे मार्ग के लिए रवाना हुए। वही मंत्री जमा खान भी सीएम आवास पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी को बीजेपी की मीटिंग के दौरान क्यों सीएम आवास बुलाया इस बात का पता अभी नहीं चल पाया है।
जेडीयू सूत्रों के अनुसार बीजेपी के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे के बयान से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हैं। अश्विनी चौबे ने कहा कि इस बार बिहार में एनडीए भाजपा के नेतृत्व में चुनाव लड़े और भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बननी चाहिए। पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा अकेले दम पर आए और एनडीए को भी आगे बढ़ाए।
अश्विनी चौबे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर कहा कि वो उनके साथ थे, हैं और रहेंगे। हम नीतीश कुमार को साथ लेकर चल रहे थे आज भी चल रहे हैं आगे भी चलेंगे। हालांकि अश्विनी चौबे ने यह भी कहा कि पार्टी में बाहरी लोगों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी में आयातित माल हमें बर्दाश्त नहीं।
वही बिहार सरकार में जेडीयू के मंत्री जमा खान ने कहा कि नीतीश कुमार के समर्थक उन्हें प्रधानमंत्री बनना चाहते थे लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समझौता किया। सीएम नीतीश ने समझौता कर केंद्र में सरकार बनाना जरूरी समझा न कि खुद को प्रधानमंत्री। जमा खान के इस बयान के बाद ऐसा माना जा रहा है कि गठबंधन के बीच दरार पड़ सकती है। केंद्र में सरकार का समर्थन कर एहसान जताने की कोशिश करते हुए जमा खान नजर आए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और जेडीयू के मंत्री जमा खान को भी सीएम हाउस बुलाया। मुख्यमंत्री से क्या बातचीत हुई इसका पता अभी नहीं चल सका है। हालांकि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद सम्राट चौधरी वापस बीजेपी की मीटिंग में शामिल होने पहुंच गये।