बिहारीगंज की हथिऔंधा पंचायत के सिंदूरिया टोला में पुलिस ने शुक्रवार को कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल से कार्बाइन व अन्य हथियार भी बरामद किए। तीन लाख का इनामी प्रमोद करीब एक दशक से अपराध की दुनिया में सक्रिय था।
एसपी संदीप सिंह ने बताया था कि उस उपर मधेपुरा, पूर्णिया व अन्य जिलों में हत्या,लूट, डकैती, पुलिस पर हमला आदि के कई केस दर्ज थे। एसटीएफ की टीम लंबे समय से जयनारायण यादव के पुत्र अपराधी प्रमोद यादव की तलाश में थी।
छापामारी के दौरान पुलिस टीम पर की थी फायरिंग
बिहार पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव की गिरफ्तारी को लेकर STF की टीम मधेपुरा पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापामारी करने पहुंची थी। पुलिस को देखकर प्रमोद यादव और उसके गैंग ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में गिरोह का सरगना प्रमोद यादव मारा गया। घटनास्थल से कारबाइन, दो पिस्तौल और कई राउंड जिंदा कारतूस बरामद हुए। घटनास्थल पर वरीय पुलिस पदाधिकारी और FSL की टीम पहुंच चुकी है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
खुद पुलिस बनकर भी देता था घटना को अंजाम
वर्ष 2020 के जनवरी माह में हथियार से लैस प्रमोद यादव गैंग ने पूर्णिया जिले के धमदाहा थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया था। उसी वर्ष जून माह में जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर वह पुलिस बनकर आया और अपने गांव हथिऔंधा के ही इन्द्रदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं, वर्ष 2021 में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पूर्णिया जिले के बड़हारा थाना क्षेत्र के मोजमपट्टी गांव के अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो अपनी पत्नी के हत्याकांड के मुख्य गवाह थे।