केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि अगले तीन साल के भीतर देश से नक्सलवाद खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए ब्लूप्रिंट तैयार करने का निर्देश दिया। शाह ने उग्रवाद प्रभावित दूरदराज के इलाकों में विकास कार्यों में तेजी लाने को कहा।
छत्तीसगढ़ में नक्सली स्थिति की समीक्षा करते हुए शाह ने उग्रवादियों को वित्तीय रूप से कमजोर करने का निर्देश भी सुरक्षा बलों को दिया। सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों की समन्वित कार्रवाई से अगले तीन साल के भीतर देश से नक्सलियों का खात्मा हो जाएगा। शाह ने कहा, नक्सलवाद के समर्थकों की पहचान करनी होगी और उन्हें आर्थिक रूप से पूरी तरह तबाह करना होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कार्यरत सुरक्षा बलों और एजेंसियों को हर तरह की मदद सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सुरक्षा बलों को अपनी योजना को जमीन पर उतारना है और नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करना है।
शाह ने नक्सल प्रभावित इलाकों में केंद्र और राज्य सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं को तेजी से लागू करने को भी कहा। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक, पिछले 10 वर्षों में नक्सली हिंसा की घटनाओं में 52 फीसदी की कमी आई है, जबकि इन घटनाओं में होने वाली मौतों में 70 फीसदी की गिरावट आई है। अनुमान से पता चला कि देश में प्रभावित जिलों की संख्या 96 से घटकर 45 हो गई है। इसके साथ वामपंथी उग्रवाद प्रभावित पुलिस स्टेशनों की संख्या 495 से घटकर 176 हो गई है।
प्रभावी विधायक बनने के दिए मंत्र अमित शाह ने रायपुर में भाजपा के नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विधायकों के पास विधायी नियमों का उपयोग करके विधानसभा में पार्टी की विचारधारा और नीतियों को सामने रखने का कौशल होना चाहिए।
शाह यहां छत्तीसगढ़ विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र, पार्टी की विचारधारा और नीतियों के साथ-साथ राज्य के कल्याण और विकास के प्रति जिम्मेदारी एक विधायक की तीन प्रमुख जिम्मेदारियां हैं।