बिहार में पिछले दिनों शिक्षा विभाग और अन्य सरकारी विभागों में लाखों की संख्या में बहालियां हुईं। लोकसभा चुनाव में इसका क्रेडिट लेने की होड़ मची हुई है। लालू यादव के बेटे और राजद नेता तेजस्वी यादव घूम-घूम कर लोगों को बता रहे हैं कि 17 सालों में जो काम नीतीश जी ने नहीं किया उसे 17 महीने में कर दिखाया।
नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर पलटवार किया है। सोमवार को पटना जदयू दफ्तर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि वह झूठ बोलता है, जो काम हम किए उसका क्रेडिट ले रहा है। नवादा में पीएम नरेंद्र मोदी के चुनावी सभा में भी नीतीश कुमार ने आरजेडी पर बिहार में सरकारी नौकरी देने की झूठी क्रेडिट लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने रोहिणी आचार्या और मीसा भारती के चुनाव लड़ने पर जवाब दिया।
तेजस्वी यादव लगातार नौकरी देने का श्रेय ले रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आप लोग नहीं जानते हैं कि यहां पर कौन सब कुछ किया है। उनको कुछ के लिए साथ लाए थे। लेकिन ये सब काम मेरा पहले से है। एक-एक काम हम करवाए हैं.. झूठ मुठ का बोलते रहता है। उ सब क्या है और कैसे काम करता है जरा आप लोग ही याद करिए।
सीएम ने कहा कि 2005 के पहले माता-पिता 15 साल रहे लेकिन कोई काम हुआ? शाम में घर से कोई निकलता था डर के मारे? कहीं कोई सड़क था पहले। जरा याद करिए और अपने पुराने लोगों से पता कीजिए। अब देखिए तो पटना मे कैसा-कैसा बिल्डिंग है, पुल है। पहले यह सब क्यों नहीं बनाया?
नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद की दो बेटियां मीसा भारती और रोहिणी आचार्य के चुनावी मैदान में उतरने पर भी मीडिया के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उ सबका कोई मतलब नहीं है। उसको जो मन में आवे करते रहे। कोई काम किया है इ सब। पहले कितना हिंदू-मुस्लिम में झंझट होता था और जब हम लोग सरकार में आए तभी न सब कुछ शांत किए। अपना कुछ से कुछ करते रहता है। किसी बात का चिंता एकदम मत करिए। हम लोग अपना काम करते रहते हैं। लोगों को सब बात मालूम है। लोगों के बीच जाकर एक-एक चीज को देखना और लोगों के बीच में अपना बात रखना हमलोगों का काम है और बाकी जिसको जो मन में आए करता रहे।