प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दरभंगा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए इंडी गठबंधन पर तीखे हमले किए। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर धर्म के आधार पर आरक्षण की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि एससी-एसटी, ओबीसी का उससे मोहभंग हो गया है। इसलिए वह आरक्षण में से कोटा काट कर मुसलमानों को देना चाह रही है। मोदी ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर और जवाहर लाल नेहरू भी धर्म के अधार पर आरक्षण के खिलाफ थे। ऐसे में कांग्रेस का फतवा नेहरू की भावनाओं के खिलाफ और आंबेडकर की पीठ में छुुरा घोंपना है।
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बिहार के पांचवें दौरे पर सातवीं सभा करते हुए मोदी ने कोरोना काल में बिहार के लोगों के साथ हुए व्यवहार का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन वालों की सरकारों ने बिहार के लोगों को दिल्ली, महाराष्ट्र से साजिश के तहत भगाया। बिहार के लोगों, बेटियों को बसों में बैठाया और बीच रास्ते छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय जब सब सोच रहे थे कि अब क्या होगा, भारत न केवल संकट से निकला बल्कि दुनिया को राह दिखाई।
राम मंदिर की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे सीता और मिथिला से जोड़ा। उन्होंने कहा कि पांच सौ वर्षों के संघर्ष के बाद बने राम मंदिर का इंतजार केवल राम को ही नहीं, सीता मैया और मिथिला को भी था। हमारे पूर्वज संघर्ष करते रहे, उन्हें पता था कभी कोई बेटा पैदा होगा जो यह इंतजार खत्म करेगा। पीएम ने विरासत कर का मुद्दा भी उठाते हुए कहा कि क्या आप अपने माता-पिता की कमाई लुटने देंगे? प्रधानमंत्री ने इस सभा से मिथिला की चार सीटों दरभंगा, मधुबनी, झंझारपुर और समस्तीपुर को साधने का प्रयास किया। सभा में दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर के एनडीए प्रत्याशी भी मंच पर मौजूद रहे। पीएम ने कहा कि आपका इनको समर्थन मोदी को मजबूत करेगा।