देवघर के बम-बम बाबा ब्रह्मचारी पथ पर हंसकूप के दक्षिणी हिस्से में तीन मंजिला भवन रविवार की सुबह छह बजे धराशाई हो गया। हादसे में पति-पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में बिहार के बांका के चांदन थाने के भनरा गांव निवासी पति-पत्नी 35 वर्षीय सुनील यादव, 30 वर्षीया सोनी देवी सहित हरिहर बाड़ी मुहल्ला निवासी 50 वर्षीय मनीष दत्त द्वारी शामिल हैं।
हंसकूप रुद्राश्रम के पहले तीन मंजिला प्रशांत भवन सुबह 5.30 बजे ढह गया। घटना के बाद घटनास्थल पहुंचे सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने गृह मंत्री अमित शाह को घटना की सूचना दी। इस बीच लोगों ने बचाव कार्य की कोशिश शुरू कर दी। मलबे में फंसे तीन बच्चों को निकाल लिया गया। फिर एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई। टीम ने आठ घंटे तक राहत व बचाव कार्य कर मलबे से चार लोगों को निकाला, जिनमें तीन को सदर अस्पताल में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
वहीं गंभीर रूप से घायल 12 वर्षीय सत्यम कुमार का इलाज शुरू किया गया। घायलों का इलाज आईसीयू वार्ड में चल रहा है। हादसे में मरने वालों में पति-पत्नी शामिल हैं। वहीं पुत्र गंभीर रूप से घायल है। घायलों में मृत सुनील के पुत्र सत्यम, मृत मनीष की पत्नी 45 वर्षीया अनुपमा देवी, 35 वर्षीय दिनेश बरनवाल व उनकी 30 वर्षीया पत्नी मुन्नी शामिल हैं।
वर्षों से प्रशांत भवन में रह रहे थे सुनील और सोनी
मृतक सुनील के भाई दिनेश यादव ने बताया कि वे बिहार के बांका जिले के चांदन के भनरा गांव के रहनेवाले हैं। सभी लोग 15 वर्षों से प्रशांत भवन में रह रहे हैं। दिनेश पिछले हिस्से में रहते हैं। मकान जर्जर स्थिति में था। गत दिनों मकान मालकिन ने इमारत की मरम्मत के लिए मिस्त्री लगाया था। काम चल रहा था।