वीटीआर व नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकि आश्रम से दर्शन कर लौट रहे 69 श्रद्धालु पहाड़ी नदी तमसा में अचानक बढ़े पानी में फंस गये। पानी में घिरता देख नौ बच्चे और 29 महिलाओं समेत 69 श्रद्धालुओं में चीख-पुकार मच गई। सभी बचाने के लिए शोर मचाने लगे। आवाज सुनकर पास में बीओपी पर तैनात एसएसबी जवानों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
नेपाली एपीएफ भी मौके पर पहुंची। दोनों देशों के जवानों ने ऑपरेशन चलाकर सभी 69 श्रद्धालुओं को शृंखला बनाकर बचा लिया। घटना सोमवार दोपहर की बतायी जा रही है। सोमवार सुबह लगभग पांच बजे 69 श्रद्धालु वाल्मीकि आश्रम (नेपाल) दर्शन करने आए थे। दर्शन के बाद सभी लोग नदी पारकर भारतीय क्षेत्र में लौट रहे थे। इसी दौरान तमसा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। तेज धार में श्रद्धालु बहने लगे। इनमें बच्चे-महिलाएं भी शामिल थे। श्रद्धालुओं के बीच अफरातफरी मच गयी। पास में मौजूद एसएसबी और एपीएफ के प्रभारियों ने तत्परता दिखाते हुए जवानों के साथ नदी के पास पहुंचे और मानव शृंखला बनाकर श्रद्धालुओं को पानी में बहने से बचाया। इनमें 31 पुरुष, 29 महिला और नौ बच्चे शामिल थे। नदी में फंसने वाले श्रद्धालुओं में गोपालगंज के नीरज गुप्ता के साथ 6, नरकटियागंज के सहोदरा के घुघली महतो के साथ 40, यूपी के महाराजगंज के संदीप कुमार के साथ 4 व मोतिहारी के संजीव कुमार के साथ 16 लोग शामिल थे।
मालूम हो कि पहाड़ी नदी तमसा में पूर्व में भी एक बोलेरो पर सवार एक ही परिवार के दर्जनभर लोग अचानक पानी बढ़ने पर फंस गये थे। एसएसबी ने सभी को बोलेरो समेत रेस्क्यू किया था।