सक्षमता परीक्षा पास कर पिछले छह महीने से राज्यकर्मी बनने का इंतजार कर रहे नियोजित शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। सरकार 15 अगस्त से लेकर पांच सितंबर तक उन्हें नए विद्यालयों में योगदान करा देगी। इसके पहले एक अगस्त से जिला स्तर पर उनकी काउंसलिंग करा लेने की तैयारी है।राज्यकर्मी बनने वाले नियोजित शिक्षकों की पदस्थापना को लेकर शिक्षा विभाग की एक समिति निर्णय कर रही है। अगले सप्ताह तक इसे अंतिम रूप मिलना है। इस संबंध में खबरें आने से नियोजित शिक्षकों ने राहत की सांस ली है।
नीतीश कुमार ने की थी ये घोषणा – दरअसल, बीपीएससी से प्रथम चरण की शिक्षक बहाली का नियुक्ति पत्र बांटने वक्त ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामूली परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने की घोषणा की थी। फरवरी तक उनकी परीक्षा लेकर परिणाम भी जारी कर दिया गया है, लेकिन चुनाव आचार संहिता के कारण विद्यालयों में उनकी तैनाती नहीं हो सकी।इसके बाद केके पाठक का विभाग से तबादला हो जाने पर काउंसलिंग की जारी तिथि भी धरी की धरी रह गई। अब विभाग एक अगस्त से जिला स्तर पर शिविर लगाकर काउंसलिंग कराने की तैयारी में है।इस अभियान से जिले में काम कर रहे करीब 5400 शिक्षकों में करीब 4900 शिक्षकों को परीक्षा पास करने पर राज्यकर्मी बनने का मौका मिल रहा है। सबसे अधिक शिक्षक प्राथमिक कक्षा को मिला है।चार हजार से अधिक शिक्षक प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में ही जाएंगे। इंटर में सबसे कम केवल 99 शिक्षक राज्यकर्मी बनेंगे। हाईस्कूल में इसकी संख्या 585 है। बचे करीब पांच सौ शिक्षकों ने सक्षमता-2 के लिए आवेदन दिया है। इस पर अभी कोई विचार नहीं होना है।
पटना में दिया जाएगा नियुक्ति पत्र – अगस्त में काउंसलिंग के बाद उन्हें पटना में बड़ा समारोह आयोजित कर राज्यकर्मी का नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। इसके बाद शिक्षक नए विद्यालयों में योगदान करेंगे। शिक्षा विभाग शिक्षकों की नए विद्यालयों में तैनाती को लेकर कुछ नियम बना रही है। इससे भी शिक्षकों ने राहत की सांस ली है।