नीट पेपर लीक मामले में आरोपियों को पटना सिविल कोर्ट से झटका लगा है. इस मामले से जुड़े 4 आरोपियों की जमानत याचिका पर शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई। एडीजे 5 राजेंद्र कुमार सिन्हा की बेंच ने मामले में सुनवाई की. सुनवाई के बाद कोर्ट ने अगली तारीख 25 जून तय की है। यानी सभी चार आरोपियों की जमानत पर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं सुनाया. साथ ही अगली सुनवाई में कोर्ट ने एनएचएआई गेस्ट हाउस की डायरी मांगी है। आज की सुनवाई में पटना पुलिस बिना डायरी के आई थी।
पटना सिविल कोर्ट के अधिवक्ता उदय शंकर सिंह ने बताया कि Neet पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सिकंदर यदुवेंदु, नीतीश पटेल, अनुराग यादव और आयुष कुमार की जमानत को लेकर सुनवाई हुई. एडीजे 5 राजेंद्र कुमार सिन्हा की पीठ ने मामले में फ़िलहाल किसी को कोई जमानत नहीं दी है. वहीं इसे लेकर एनएचएआई गेस्ट हाउस की डायरी मांगी गई है. अब अगली सुनवाई में डायरी पेश की जाएगी. सभी चारों आरोपियों की जमानत को लेकर अगली सुनवाई अब 25 जून को होगी.
NEET परीक्षा मामले के सॉल्वर गैंग के गिरफ्तार सिकंदर दानापुर में नगर आवास विभाग में पदस्थापित था. वो बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है. आरोपियों ने कबूल किया है कि 5 मई को परीक्षा थी और पेपर चार मई को ही लीक हो गया था. अभ्यर्थियों से 30 से 32 लाख रुपये लिए गए थे. गिरफ्तार आरोपियों में सिकंदर का रिश्तेदार अनुराग यादव भी है. अनुराग को NHAI के गेस्ट हाउस ठहराया गया था.
बिहार में नीट पेपर लीक मामले को लेकर 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें 5 नीट यूजी के अभ्यर्थी हैं.अनुराग ने अपने लिखित कबूलनामे में बताया कि 4 मई 2024 को उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु ने उसे अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास छोड़ दिया. जहां नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र के साथ-साथ उसे आंसर शीट भी दिया गया. रात भर उसने उसे पढ़ा और जमकर रटा. उसका एग्जाम सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था. एग्जाम में भी वही सवाल पूछे गए थे, जो उसे रात को रटवाए गए थे.