नीट यूजी पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस कई आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पटना के जिन नौ अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था, उनमें केवल दो अभ्यर्थी ही बुधवार को ईओयू के दफ्तर में हाजिर हुए। बाकी के सात अभ्यर्थियों का अबतक कोई पता नहीं चला है। जबकि सभी नौ अभ्यर्थियों को ईओयू ने पूछताछ के लिए मंगलवार और बुधवार में से किसी एक दिन ईओयू के समक्ष हाजिर होकर पूछताछ में शामिल होने को कहा था।
इसी सम्बन्ध में बिहार की आर्थिक अपराई इकाई (EOU) की तरफ से नोटिस मिलने के बाद दो कैंडिडेट पटना स्थित एजेंसी के दफ्तर पहुंचे। जहां उनसे करीब दो घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान एजेंसी ने उनसे सॉल्वर गैंग के लोगों से संपर्क करने को लेकर सवाल किया। उन्होंने पूछा कि ‘क्या आपके संबंध या आपने कभी प्रश्नपत्र लीक करने वाले गिरोह के साथ-साथ सॉल्वर गैंग से संपर्क किया था?’ बता दें कि EOU ने इन दोनों अभ्यर्थियों के साथ कुल नौ लोगों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपने बारे में पूरी जानकारी EOU को दी।
इन दोनों अभ्यर्थियों ने EOU से कहा कि इस पूरे मामले से हमारा कोई संबंध नहीं है। हालांकि एजेंसी अब उनके बयान के सत्यता की जांच करेगी। बता दें कि ईशा भारती नाम की एक छात्रा भी ईओयू के दफ्तर पहुंची, जो पटना के समीप ही बख्तियारपुर की रहने वाली है। दफ्तर में दोनों अभ्यर्थियों से पेपर लीक मामले में पूछताछ की जा रही है। इस पूरे मामले में EOU ने अभी तक कुल 9 अभ्यर्थियों को नोटिस भेजकर 18 और 19 जून को पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि 18 जून को कोई भी अभ्यर्थी EOU के दफ्तर नहीं पहुंचा था।
बता दें कि नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच बिहार पुलिस की ईओयू कर रही है। एनटीए की तरफ से दी गई कुछ जानकारी के आधार पर ईओयू ने कुछ अभ्यर्थियों की पहचान की थी। इसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया था। कुल 9 छात्रों को नोटिस भेजा गया, जिसमें से अभी तक केवल दो अभ्यर्थी ही पहुंचे हैं।