नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने एम्स पटना के चार छात्रों को गिरफ्तार कर उन्हें चार दिनों के रिमांड पर लिया है। जांच एजेंसी उनसे पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार छात्रों में चंदन सिंह, राहुल आनंद और कुमार शानू एमबीबीएस के थर्ड ईयर (2021 बैच) के छात्र हैं, जबकि करण जैन 2022 बैच का सेकंड ईयर का छात्र है।
सीबीआई ने सुरेंद्र कुमार नामक एक बिचौलिया को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार एमबीबीएस के इन सभी छात्रों की नीट के लीक प्रश्न-पत्र को सॉल्व करने में भूमिका रही है। बुधवार की देर रात इन्हें हिरासत में लेने के बाद सीबीआई ने इनसे पूछताछ की और गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें पटना स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया गया। अदालत ने चारों छात्रों और बिचौलिया को पूछताछ के लिए चार दिनों के रिमांड पर लेने की अनुमति दी। सीबीआई की टीम बुधवार की देर रात फुलवारी स्थित एम्स के छात्रावास में पहुंची थी। संस्थान के निदेशक के विशेष कार्य पदाधिकारी, डीन और छात्रावास के वार्डन की मौजूदगी में 2021 बैच के तीन छात्रों को छात्रावास संख्या-9 से हिरासत में लिया गया। इसके बाद 2022 बैच के एक अन्य छात्र कुमार शानू को सीबीआई के अधिकारी ने फोन कर बुलाया। इस छात्र ने जांच टीम के समक्ष सरेंडर कर दिया। गुरुवार को दिनभर इनसे पूछताछ चली।
सूत्रों के मुताबिक इनके बारे में नीट पेपर लीक गिरोह के पूर्व में गिरफ्तार आरोपितों से इनपुट मिले थे। जांच एजेंसी इनसे यह पता करने में जुटी हुई है कि नीट के प्रश्नपत्र को किन-किन स्थानों पर किन लोगों को भेज कर हल कराया गया था। इन्हें किस व्यक्ति ने प्रश्नपत्र मुहैय्या कराया था। प्रश्नपत्र हल कराने के एवज में कितनी राशि का भुगतान किया गया। छात्रों के लैपटॉप, मोबाइल और बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। कुमार शानू अथमलगोला (पटना), राहुल आनंद खुसरुपुर, चंदन सिंह सिवान और करण जैन अररिया का रहने वाला है।
छात्रों के खिलाफ कार्रवाई होगी
गुरुवार के इस घटनाक्रम ने अन्य छात्रों के मनोबल के साथ-साथ इस संस्थान की छवि पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाला है। हमने गिरफ्तार छात्रों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए अकादमिक और प्रशासनिक समितियों की बैठक बुलाई है। चार छात्रों के खिलाफ कार्रवाई से संबंधित निर्णय शुक्रवार को लिया जाएगा। -डॉ. गोपाल कृष्ण पॉल, निदेशक, एम्स पटना