नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआइ की गतिविधियां जोर पकडऩे लगी है। सीबीआइ अब पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपियों को गिरफ्त में लेने की कोशिशों में जुट गई है। इसी कड़ी में मंगलवार को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ की टीम ने मुख्य आरोपी रॉकी के नालंदा जिले में स्थित ठिकानों पर छापा मारा। दूसरी ओर सीबीआइ की टीम आज विशेष न्यायालय भी पहुंची और जेल में पेपर लीक मामले में बंद 13 आरोपियों की रिमांड की अपील की।
नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपियों से की गई अपनी पूछताछ के बाद इस मामले में आगे की कड़ियां जोड़ने का सिलसिला शुरू कर दिया है। अबतक की पूछताछ में मिली जानकारियों को आधार बनाकर मंगलवार को जांच एजेंसी की एक टीम ने पेपर लीक मामले के आरोपी रॉकी के नालंदा जिले के हिलसा प्रखंड अंतर्गत गजेंद्र बिगहा के ठिकाने पर पहुंची।
रॉकी फिलहाल फरार है और आशंका जताई जा रही है कि वह पड़ोसी मुल्क नेपाल में कहीं छिपा हो सकता है। हिलासा प्रखंड अंतर्गत गजेंद्र बिगहा पहुंची ने राकी के ठिकाने पर धावा बोला। आवास बंद था इसलिए गवाहों की मौजूदगी में घर का ताला तोड़ जांच टीम के अधिकारी अंदर पहुंचे। यहां कुछ घंटे जांच पड़ताल करने के बाद जांच टीम अपने साथ कुछ दस्तावेज लेकर लौट गई।
‘जेल में बंद सभी आरोपी बहुत शातिर’
दूसरी ओर पेपर लीक मामले में बेउर जेल में बंद 13 आरोपियों की रिमांड के लिए मंगलवार को ही जांच टीम ने सीबीआइ के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवद्र्धन सिंह की अदालत में अपना आवेदन दिया। सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक अमित कुमार ने अदालत को बताया कि जेल में बंद सभी आरोपी बहुत ही शातिर है
उन्होंने कहा कि इन आरोपितों से पूछताछ में कई अन्य मामलों का उद्भेदन हो सकता है। इसलिए, इन आरोपितों को सीबीआई रिमांड की जरूरत है, लेकिन अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद आरोपितों को रिमांड सीबीआइ को देने से मना कर दिया।
बता दें कि जेल में बंद आरोपियों से सीबीआइ ने कोर्ट की अनुमति के बाद जेल में ही पूछताछ की थी। जिसने कई अहम जानकारियां मिली है।
जेल में बंद हैं ये आरोपी
सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, आयुष राज, रीना कुमारी, अखिलेश कुमार, अमित आनंद, रौशन कुमार, नीतीश कुमार, बिट्टू कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार, अवधेश कुमार और शिवानंद कुमार।