प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के नेताओं की पाकिस्तानी मीडिया में तारीफ को लेकर सोमवार को कहा कि यह बहुत बड़ी जांच-पड़ताल का गंभीर विषय है। आखिर हमारे साथ दुश्मनी रखने वाले लोग इन्हें क्यों पसंद करते हैं, कुछ ही लोग हैं, जिनके समर्थन में आवाज वहां से क्यों उठती है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि भारत का लोकतंत्र बहुत परिपक्व है। यहां तंदुरुस्त परंपराएं हैं और भारत के मतदाता भी बाहरी हरकतों से प्रभावित होने वाले नहीं हैं।
नरेंद्र मोदी ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाया कि जो पहले कहते थे कि सोनिया गांधी को जेल में बंद कर दो, अब वही लोग चिल्लाते हैं कि भ्रष्टाचारियों को जेल क्यों भेजा जा रहा है। मोदी ने नाम लिए बिना दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। भ्रष्टाचार को लेकर जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर मोदी ने कहा कि लोग भ्रष्टाचार से तंग आ चुके थे। यह देश को खोखला बना रहा था। इसलिए मैंने योजनाबद्ध तरीके से इस पर काम किया। पहले सरकारी योजनाओं में जबर्दस्त भ्रष्टाचार था, जिसे हमने खत्म किया। आज लाभार्थियों को जितना भेजा जाता है, उसका सौ फीसदी उसे मिलता है। इसलिए आज भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह ढूंढेगा नहीं। मैं सिस्टम में दोषी लोगों को ढूंढा और उस पर कार्रवाई की। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। आज पहले की तरह भ्रष्टाचार के लिए सिर्फ छोटे लोगों को ही सूली पर चढ़ाकर खानापूर्ति नहीं की जाती है, बल्कि बड़े-बड़े मगरमच्छों को भी सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है। इसमें अफसरों ने काफी मेहनत की।
‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत देश की प्रतिभा को अवसर मिले
मोदी ने कहा कि हमारे देश में जो नैरेटिव गढ़ने वाले लोग हैं, उन्होंने देश का इतना नुकसान किया। मेरी प्राथमिकता है कि आत्मनिर्भर भारत के तहत देश के टैलेंट को अवसर मिले। पहले चीजें बाहर से आती थीं, तो कहते थे देखिए देश को बेच रहे हैं, सब बाहर से लाते हैं। मैं समझ नहीं पाता हूं कि अगर अमेरिका में कोई कहता है ‘बी अमेरिकन बाई अमेरिकन’, उस पर तो हम सीना तानकर गर्व करते हैं लेकिन, मोदी कहता है ‘वोकल फॉर लोकल’ तो लोगों को लगता है कि ये वैश्वीकरण के खिलाफ है।
भ्रष्टाचारियों को पकड़ने का काम स्वतंत्र एजेंसी करती है। किसको जेल में रखना है कि बाहर रखना है, किसके ऊपर केस ठीक है या नहीं है, ये न्यायालय तय करता है, उसमें मोदी की कोई भूमिका नहीं है। पहले लोग भ्रष्टाचारियों से 100 कदम दूर रहते थे। आजकल तो भ्रष्ट लोगों को कंधे पर बिठाकर नाचने का फैशन हो गया है। यह चिंता का विषय है।
-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री