नेपाल की नवनियुक्त विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा देउवा ने भारत के साथ सीमा विवाद को कूटनयिक तरीके से सुलझाने की बात कही है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा जैसे सीमा विवाद का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।
विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों को संक्षिप्त प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. देउवा ने कहा कि भारत के साथ सीमा समस्या को बिना किसी विवाद के कूटनीतिक तरीके से सुलझाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा जैसे सीमा विवाद को दोनों देशों के इतिहास, भूगोल और नई तकनीक जीपीएस के माध्यम से सुलझाने का प्रयास किया जाएगा।
विदेश मंत्री डॉ. आरजू देउवा ने कहा कि पहले की तरह दोनों देशों के सीमा विवाद का पहले की तरह राजनीतिकरण नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के साथ कूटनीतिक वार्ता के जरिए ही किसी भी विवाद को सुलझाया जाएगा। डॉ. देउवा ने कहा कि नई तकनीक के जरिए अब जीपीएस के जरिए सीमा पर बॉर्डर पिलर रखा जाएगा ताकि भविष्य में किसी प्रकार का विवाद ना हो।
बता दें, नेपाल और भारत 1850 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। भारत के सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों से नेपाल की सीमा छूती है। दोनों देशों के बीच कुछ जगहों पर बॉर्डर विवाद है।