नेपाल में लगातार हो रही बारिश से गंडक और कोसी में भारी उफान है। महज 24 घंटे में कोसी में 1.55 लाख क्यूसेक, जबकि गंडक में 1.35 लाख क्यूसेक पानी बढ़ गया है। इसके कारण कई और नदियों के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी की संभावना है।नेपाल के तराई वाले इलाके और उत्तर बिहार की नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश से गंडक-कोसी के अलावा बागमती, अधवारा, महानंदा नदियों के जलस्तर में सबसे तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। अगले 24 से 72 घंटे में इन नदियों के कई स्थानों पर खतरे के निशान के पार होने की संभावना व्यक्त की गयी है। जल संसाधन विभाग के अनुसार बागमती-अधवारा शिवहर-सीतामढ़ी में जबकि गंडक के गोपालगंज के डुमरियाघाट पर और महानंदा के पूर्णिया व कटिहार में लाल निशान के पार कर जाएगी।
भागलपुर : नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार बारिश से कोसी का पेट भरता जा रहा है। शनिवार को कोसी का जलस्तर 310955 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया। पिछले साल जुलाई में 239000 क्यूसेक ही पानी आया था। बारिश की रफ्तार यूं ही बनी रही तो संभव है कि पिछले साल के अधिकतम जलस्तर 462000 क्यूसेक का रिकॉर्ड टूट जाए। उस स्थिति में कई इलाके लबालब हो सकते हैं।
सुपौल के डीएम कौशल कुमार ने बताया कि सभी सीओ को अलर्ट करते हुए निर्देश दिया गया है कि आवश्यकता के अनुसार नाव का परिचालन शुरू कर दें। कोसी बराज के 56 में से 37 फाटक खोले गए हैं। दूसरी तरफ, कटिहार में महानंदा के जलस्तर में भी वृद्धि की सूचना है।
सुपौल में पूर्वी और पश्चिमी तटबंध पर जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों ने दिन-रात चौकसी बढ़ा दी है। मुख्य अभियंता ई. वरुण कुमार ने बताया कि सभी स्पर व तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित हैं। टीम निगरानी कर रही है। इधर, कटिहार में बाढ़ नियंत्रण अंचल के अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि सभी तटबंध और स्पर सुरक्षित हैं। भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर 4 सेमी बढ़कर लगभग 26.68 मीटर पर पहुंच गया है। खगड़िया में जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता कृपाल चौधरी ने बताया कि चिह्नित स्थलों पर कटाव निरोधक कार्य जारी है। सभी तटबंध सुरक्षित हैं। मुख्य अभियंता वरुण कुमार ने बताया कि सभी स्पर और तटबंध सुरक्षित हैं। फिलहाल कोई खतरा नहीं है। जलस्तर बढ़ने को लेकर स्थिति पर निगरानी कर रही है। उन्होंने बताया कि पूर्वी कोसी तटबंध के स्पर संख्या 16.98, 26.40 भटनियां और कुसहा डिवीजन 117.15 किमी पर पानी का दबाव है, लेकिन कोई खतरा नहीं है।