इस साल का पहला प्रदोष व्रत नौ जनवरी मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। इसे लोग भौम प्रदोष भी कहते हैं। इस दिन भक्ति भाव के साथ भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करने से भक्तों की इच्छाएं पूरी होती है। भौम प्रदोष व्रत पर शिव परिवार की पूजा करने से सौभाग्य और खुशहाली आती है।
जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया शास्त्रत्तें में प्रदोष व्रत बहुत ही शुभ माना गया है। ऐसे में जो साधक इस दिन माता पार्वती और शिव जी की विशेष आराधना करते हैं उनके उपर भगवान की सदैव कृपा बनी रहती है। कुछ भक्त इस दिन भगवान शिव की पूजा भगवान नटराज के रूप में भी करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदोष व्रत हर संकट से मुक्ति पाने के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है।
जनवरी में पौष महीने और साल 2024 का पहला प्रदोष व्रत बेहद महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इस दिन शिव की प्रिय रात्रि यानी मासिक शिवरात्रि व्रत का संयोग भी बन रहा है। प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि व्रत का संयोग पूर्व जन्म के पापों एवं कष्टों से मुक्ति पाने के लिए बहुत लाभदायी होता है। ऐसे में शिव पूजा करने वालों को दोगुना लाभ होगा।